करसोग। करसोग की विभिन्न पंचायतों में आयोजित हो रहे प्री जनमंच कार्यक्रम में लोगों से प्राप्त हो रही शिकायतों को विभाग पोर्टल पर मांग की कैटेगिरी में अपलोड कर रहे हैं। एसडीएम ने कुछ विभागों की इस तरह की चालाकी को पकड़ा है। जिसके बाद प्रशासन ने सभी विभागों को शिकायतों और मांग के बीच में अंतर समझने की हिदायत दी। एसडीएम ने वीरवार को ग्राम पंचायत भनेरा में आयोजित हुए प्री जनमंच कार्यक्रम में विभागों को हिदायत दी कि वे इस तरह की गलती न करें। लोगों की शिकायक्त का समाधान शिकायत के तौर पर ही किया जाए। एसडीएम ने विभागों का नाम लिए बिना चेतावनी दी कि कुछ जगह पर देखने मे आया है कि विभागों ने हल होंने वाली शिकायतों को भी मांग की ककीटगिरी में डाल दिया। इसलिए भविष्य में इस तरह की गलती न दोहराई जाए। प्रशासन ने आम जनता से भी शिकायतों और मांग के बीच अंतर समझने की अपील है। करसोग की विभिन्न पंचायतों में आयोजित होने वाले जनमंच कार्यक्रमों में पोर्टल में अपलोड की जा रही शिकायतों पर एसडीएम खुद नजर रख रहे हैं। यही वजह है कि प्रशासन ने शिकायतों को मांग की कैटेगिरी में डाले जाने वाली लापरवाही को पकड़ लिया है। प्रशासन ने कहा है कि प्री जनमंच में प्राप्त होने वाली लोगों की शिकायतों का हल किया जाए, अधिकारियों ने किस शिकायत का क्या हल निकाला है, इसका जवाब पोर्टल में अपलोड किया जाए। इसे करसोग में 12 सितंबर को आयोजित होने वाले जनमंच कार्यक्रम में मंत्री के सामने रखा जाएगा। एसडीएम ने अधिकारियों को प्री जनमंच के माध्यम से सरकारी की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को देने को भी कहा है। ताकि आम जनता सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ उठा सके।
एसडीएम सन्नी शर्मा का कहना है कि प्री जनमंच कार्यक्रमों में प्राप्त हुई शिकायतों को कुछ विभागों ने गलती से या फिर अज्ञानता वश मांग की कैटेगिरी में डाल दिया है। ऐसे में विभागों को दोनों के बीच अंतर समझने की हिदायत दी गई है। ताकि भविष्य में इस तरह की गलती न हो। उन्होंने लोगों ने भी जनमंच कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की है।