शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने शिमला नगर निगम के स्वच्छता रैंकिंग में पिछड़ने के लिये भाजपा शासित निगम की कार्यप्रणाली को दोषी ठहराया है।उन्होंने कहा कि शिमला शहर से भाजपा के विधायक शहरी विकास एवं निकाय मंत्री होने के बावजूद स्मार्टसिटी की ओर अग्रसर रैंकिंग में पिछड़ने से साफ है कि प्रदेश सरकार के शिमला शहर को लेकर जन व्यवस्था हवा हवाई है।शिमला नगर निगम भी अपने दायित्व को पूरा करने में पूरी तरह विफल साबित हुआ है।
राठौर ने आज यहां जारी एक बयान में सरकार व नगर निगम के कामकाज की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा केवल झूठी बयानबाजी कर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करती रही है।शिमला शहर में लोगों की समस्याओं की ओर इसका कोई ध्यान नही है।शहर में न तो पेयजल व्यवस्था में कोई सुधार हुआ है और न ही स्ट्रीट लाइटों की सही व्यवस्था है। शहर की सड़कें और अव्यवस्थित ट्रैफिक से हर रोज लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
राठौर ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय जे. एन. एन. एम. जवाहरलाल नेहरू शहरी नवीनीकरण मिशन के तहत जो प्रोजेक्ट प्रदेश को मिला था,उसका भी पूरा सदपयोग भाजपा सरकार नही कर पाई।इस मिशन के तहत जो योजनाएं शुरू की गई थी वह सब आज भी अधर में लटकी है।
राठौर ने कहा कि शिमला शहर के साथ साथ लगते कस्बों में गारबेज व्यवस्था भी दम तोड़ती नज़र आ रही है।लोगों के घरों से नियमित तौर पर कूड़ा नही उठाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्मार्टसिटी का निर्माण कार्य जिस धीमी गति से चल रहा है उन्हें नही लगता कि यह अपनी तय सीमा में पूरा होगा।उन्होंने कहा कि शिमला शहर जो प्रदेश की राजधानी है का स्वच्छता रैकिंग में पिछड़ना सरकार की नाकामियों की पूरी पोल खोलता है।