कुल्लू। आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी में हर घर तिरंगा अभियान विश्व का सबसे अभिनव और बड़ा अभियान होगा जहां देश के 20 करोड़ से अधिक घरों पर ध्वज फहराया जाएगा। यह बात शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के शिक्षण संस्थानों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग से 14 लाख से अधिक विद्यार्थी जुड़े और शिक्षक जुड़े हैं और लगभग हर घर का संबंध इस विभाग से है, इसलिये मुहिम को सफल बनाने में शिक्षा विभाग की भूमिका अहम् है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के समस्त सरकारी व निजी स्कूलों व कालेजों के विद्यार्थी शहरों, गांव व कस्बों में तिरंगा सहित प्रभात फेरियां निकालेंगे और किसी एक स्थान पर एकत्र होकर सभी जगहों पर समारोह का आयोजन किया जाएगा। प्रभात फेरियों के माध्यम से संदेश जन-जन तक पहुंचने में मदद मिलेगी। शिक्षण संस्थानों में आजादी के अमृत महोत्सव पर तिरंगा से संबंद्ध विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के माध्यम से समाज में तिरंगे के सम्मान में एक वातावरण का निर्माण किया जाएगा ताकि हर परिवार 13 अगस्त को अपने घर में तिरंगा लगाए।
शिक्षा मंत्री ने शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों से जल्द से बैठकें करके एक व्यापक कार्यनीति बनाने के लिये कहा। निदेशक उच्च शिक्षा वीडियो कान्फेंिसग के माध्यम से सभी शिक्षण संस्थानों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों को संकलित करके एक सुनियोजित और सफल मुहिम को अंतिम रूप देंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों द्वारा की गई प्रत्येक गतिविधि का सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। अध्यापकों, अभिभावकों व बच्चों के मोबाइल गु्रप बने हैं, प्रत्येक गतिविधि को इसपर अपलोड किया जाए ताकि जागरूकता प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान अपने स्तर पर कार्यक्रमों को और आकर्षक बनाने के लिये मुक्त हैं।
सचिव कला व संस्कृति विभाग राकेश कंवर ने प्रदेश में हर घर तिरंगा मुहिम पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने झण्डा संहिता की बारीकी से जानकारी दी। उन्होंने तिरंगा प्राप्त करने के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा वैबसाइट पर वेण्डर्ज की सूची उपलब्ध है। इसके अलावा स्थानीय तौर पर जिलाधीश को तिरंगा के संबंध में अपनी मांग दी जा सकती है।
सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों के प्राचार्यों व प्राध्यापकों ने बहुमूल्य सुझाव दिये तथा संस्थानों द्वारा की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी।
निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा, हि.प्र. शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सोनी, रेगुलेटरी कमीशन के अध्यक्ष अतुल कौशिक, विभिन्न सरकारी व निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति, कालेजों व स्कूलों के प्रतिनिधि वीडियो कान्फेन्सिग से जुड़े।