नाहन। एस.डी.एम. शिलाई सुरेश कुमार सिंघा ने संविधान दिवस के अवसर पर डिग्री काॅलेज शिलाई में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए छात्र-छात्रों से संविधान को जानने और समझने की अपील की ताकि एक नागरिक के रूप में सभी अपने अधिकारों के बारे में जानकारी हासिल कर सकें। उन्होंने संविधान निर्माता डा. भीम राव आंबेडकर द्वारा संविधान निर्माण में उनके योगदान को भी याद किया।
भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत शिमला स्थित केन्द्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी) के क्षेत्रीय कार्यालय का संविधान दिवस विषय पर दो दिवसीय एकीकृत संचार एवं आउटरीच प्रोग्राम आज शनिवार को शिलाई राजकीय डिग्री कॉलेज में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की उद्देशिका पढ़ कर की गई।
कार्यक्रम के समापन दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं को भारतीय संविधान और डा. भीम राव आंबेडकर के जीवन पर विशेषज्ञों ने जानकारी प्रदान की। भारतीय संविधान पर चर्चा करते हुए शिलाई डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल नरेंद्र तोमर ने छात्र-छात्राओं को संविधान बनाने की प्रक्रिया, संविधान के अनुच्छेदों व प्रावधानों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने किन कठिन व चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भारत का संविधान लिखा गया व इसमें किन-किन महान लोगों ने इसमें योगदान दिया, इस बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव आंबेडकर के जीवन परिचय के बारे में कॉलेज के इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर अनिल ने अपना वक्तव्य दिया। उन्होंने आंबेडकर के जीवन और संघर्षों के बारे में जानकारी दी, साथ ही बाबा साहब के संविधान निर्माण में योगदान को उल्लेखित किया।
एस.डी.एम. सुरेश कुमार सिंघा ने कविता लेखन, नारा लेखन और चित्रकला प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया।
कविता लेखन में पहला, दूसरा और तीसरा स्थान क्रमशः बीए अंतिम वर्ष की प्रीति शर्मा, बीए प्रथम वर्ष की कनिष्का और अंजलि चैहान ने हासिल किया. नारा लेखन में पहला, दूसरा और तीसरा स्थान क्रमशः बीए प्रथम वर्ष की निर्जला, बीए अंतिम वर्ष की निकिता और सुनील कुमार ने हासिल किया.
चित्रकला में बीए अंतिम वर्ष के अजय ने प्रथम, बीए प्रथम वर्ष की पलक ने दूसरा और बीए द्वितीय वर्ष के संतोष तीसरा स्थान हासिल किया।
संविधान दिवस पर क्विज प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई।