शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर सरकार के उस फैसले को पूरी तरह अव्यवहारिक बताया है जिसमें चार जिलों शिमला, कांगड़ा,मंडी व कुल्लू में रात का कर्फ्यू लगाया गया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे फैसले का कोई आचित्य ही नही है। उन्होंने कहा है कि सर्दी के इस मौसम में शायद ही कोई रात को आठ बजे के बाद घूमने निकलता होगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी को रात को किसी मजबूरी से कही बाहर जाना होगा तो उसे इस कर्फ्यू से मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने इस फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि यह पूरी तरह गलत निर्णय है और कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करती है।
राजीव भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राठौर ने सरकार से जानना चाहा है कि वह बताए कि क्या प्रदेश के अन्य जिले इस महामारी से अछूते है।उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो गई है।सरकार को लोगों के दुःख दर्द की कोई परवाह नही है।अस्पतालों में अव्यवस्था के चलते मरीज परेशान हो गये है।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री तक ने कहा था कि कोरोना को लेकर अस्पतालों की व्यवस्था ठीक नही है।उन्होंने कहा कि न तो मुख्यमंत्री ने ही और न ही स्वाथ्य मंत्री ने इन अस्पतालों की कोई सुध आज दिन तक ली।बाबजूद इसके मुख्यमंत्री अपनी पीठ थपथपाने में लगे रहे।उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में कोरोना को लेकर पूरे प्रोटोकॉल फॉलो किये होते तो आज यह भयानक स्थिति न होती।उन्होंने प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 550 से ऊपर पहुँच गया है जो बहुत ही दुखदाई है।
राठौर ने प्रदेश भाजपा में मचे सत्ता संघर्ष पर चुटकी लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भाजपा के आंतरिक कलह से परेशान है जिस बजह से वह कोई सार्थक निर्णय लेने में असमर्थ हो गए है।उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि उन्हें कोरोना से निपटने के लिए कोई सार्थक प्रयास करने चाहिए। राठौर ने पंचायत, नगर निकाय चुनावों में कुछ अधिकारियों पर भाजपा के पक्ष में कार्य करने का आरोप लगाते हुए उन्हें चेताया कि यह उनके लिए ठीक नही होगा।उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस पर अपनी पूरी नज़र रखे हुए है।