शिमला। हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल के इस्तीफे की मांग की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने आज यहां प्रेस वार्ता में कहा कि कोरोना महामारी को लेकर उच्चतम न्यायालय व प्रदेश उच्च न्यायालय की टिप्पणियों के बाद सरकार की कार्यप्रणाली की पोल खुल गई है। सरकार की नाकामी से प्रदेश में कोरोना आज शिखर पर पहुंच गया है तथा पहाड़ों की रानी शिमला अब कोरोना की रानी बन कर रह गई है।
राठौर ने स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल से नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देने की मांग की है। प्रदेश सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अब तो प्रदेश उच्च न्यायालय के साथ साथ देश की सर्वोच्च अदालत ने भी प्रदेश सरकार से कोरोना के बढ़ते मामलों पर अपनी चिंता प्रकट की है। सरकार इसके नियंत्रण पर पूरी तरह असफल हुई है। उन्होंने सरकार पर इस महामारी को लेकर लापरवाही रहने का भी आरोप लगाया।
राठौर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस महामारी से प्रभावित कृषि, बागवानी, स्वास्थ्य, पर्यटन के साथ साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था सुधार के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन कर सरकार को इस मंदी से उभरने के लिए बहुत ही उपयोगी सुझाव दिए थे, मगर उन सुझावों पर सरकार ने कोई अमल नहीं किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश में किसी की नही सुनते। वह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह की ही सुनते हैं और उनके आदेशों को आंखे मूंद कर लागू करते है।
राठौर ने आगे कहा कि उन्होंने स्वयं अस्पतालों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सरकार के किसी भी मंत्री ने अस्पतालों की हालत को देखा तक नही। इससे साफ होता है कि सरकार आज भी इस महामारी के प्रति गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेसिंग के नाम पर कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं पर तो मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन भाजपा पर नही। सरकार के इस पर दोहरे नियम हंै। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस कथन पर हैरानी जताई, जिसमें उन्होंने प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को विवाह व त्यौहार को बताया है। राठौर ने मुख्यमंत्री से जानना चाहा है कि शेष भारत मे क्या ऐसे समारोह नही हो रहे?
कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि 8 दिसम्बर को नए कृषि क़ानूनों के विरोध में किसानों के भारत बंद को सफल बनाने व किसानों के समर्थन में कांग्रेस सभी जिलों व ब्लॉकों में विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर आज देश के कुछ पूंजीपति इस आंदोलन को बदनाम करने के लिए षडयंत्र रच रहे है, जिसे सफल नहीं होने दिया जाएगा।