शिमला। केएनएच अस्पताल के नए भवन के उद्घाटन को ढेड़ साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी तक नया लेबर रूम नहीं बना है। नया लेबर रूम शुरू करने को लेकर प्रशासन एक से बढ़कर एक दावे कर रहा है, लेकिन प्रशासन के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है।
कोरोना काल में केएनएच में मरीजों का अतिरिक्त बोझ है। डीडीयू अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित करने के बाद सारी महिलाएं उपचार और डिलीवरी के लिए यहां आ रही हैं। ऐसे में यहां पर पुराने लेबर रूम में डिलीवरी करवाई जाती है।
ज्यादा भीड़ होने के चलते महिलाओं को दिक्कतें आ रही हैं। केएनएच प्रशासन यहां पर तीमारदरों के लिए बैठने तक की जगह उपलबध नहीं करवा पाया है। केएनएच प्रदेश का एकमात्र महिला रोग अस्पताल है, लेकिन इसकी हालत खस्ता है।
नए लेबर रूम में नई मशीनरी भी स्थापित होनी है। ऐसे में महिलाओं को हर प्रकार की नए लेबर रूम में सुविधा मिलनी थी, लेकिन कोरोना काल में भी लेबर रूम तैयार नहीं किया जा रहा है।
हालांकि केएनएच प्रशासन का दावा है कि लेबर रूम को जल्द नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन अभी फिलहाल लेबर रूम को शिफ्ट नहीं किया गया है।
केएनएच डिप्टी एमएस डॉ. ज्योति महाजन ने कहा कि वैसे तो नया लेबर रूम बनकर तैयार है, लेकिन ऑक्सीजन की सप्लाई तैयार करनी बाकी है. प्रति बैड ऑक्सीजन की सप्लाई स्थापित करने के लिए दिल्ली से टीम आती है, जो कि अभी नहीं आ पाई है। जल्द ही नया लेबर रूम शुरू कर दिया जाएगा।