ऋण आबंटन में सहानुभूति दिखाएं बैंक: एडीसी

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धर्मशाला। अतिरिक्त उपायुक्त राहुल कुमार ने जिला के सभी बैंक अधिकारियों से ऋण आबंटन  के मामलों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और अधिक से अधिक लोगों को ऋण देने की अपील की है। राहुल कुमार आज शुक्रवार को डीआरडीए के सभागार में आयोजित कांगड़ा जिला के बैंकों की जिला स्तरीय समीक्षा समिति तथा जिला स्तरीय सलाहकार समिति की सितम्बर, 2020 तिमाही बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

एडीसी ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना, मुद्रा योजना, स्टैंड अप इंडिया, किसान कृषि कार्ड और सरकार की अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत ऋण आंबटन में अनावश्यक देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना आम लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती हैं। सभी बैंक आम लोगों को इन योजनाओं से अवगत करवाएं तथा उन्हें इनका लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।
राहुल कुमार ने सभी बैंकों की उपलब्धियों पर चर्चा की तथा उन्हें अपने लक्ष्य पूरे करने को कहा। उन्होंने जिले में विभिन्न विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए सभी विभागों से मिल-जुलकर कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने ऋण जमा अनुपात की कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी बैंकों को ऋण जमा अनुपात को बढ़ाने के दिशा-निर्देश दिए तथा बैंकों को ग्राहकों के प्रति संवदेनशीलता दिखाने के लिए कहा।

इस अवसर पर एडीसी ने नाबार्ड द्वारा ‘‘संभाव्यता युक्त ऋण योजना’’ 2021-22 पुस्तिका का विमोचन किया।
भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ ने अपने सम्बोधन में बैंकों को अधिक से अधिक वित्तीय जागरूकता कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिए ताकि लोगों को बैंको द्वारा चलाई गई विभिन्न योजनाओं की जानकारी हासिल हो सके।  उन्होंने बैंको को ऋण जमा अनुपात, जो इस समय 23.70 प्रतिशत है में सुधार लाने के दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सभी बैंकरों को कोविड-19 की वजह से आई आर्थिक मंदी से निपटने के लिए उचित कार्य करने के दिशा-निर्देश दिये।
बैठक में पंजाब नैशनल बैंक के उपमंडल प्रमुख धर्मशाला राजेन्द्र कुमार ने बैठक में उपस्थित सभी का स्वागत किया।

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जिला अग्रणी मुख्य प्रबंधक पीएनबी कुलदीप कुमार कौशल ने बैठक का संचालन किया तथा सभी बैंकों के तरफ से आश्वस्त किया की बर्ष 2020-21 में ऋण जमा अनुपात को सुधारने का पूरा प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिले के बैंकों ने वार्षिक ऋण योजना 2020-21, सितम्बर तिमाही, 2020 के अंतर्गत 2447 करोड़ रुपये के एवज में 1982 करोड़ रुपये वितरित किए हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न बैंकों के पास लोगों के 30286 करोड़ रुपये जमा हैं तथा जिला के सभी बैंक अब तक लोगों को 7177 करोड़ रुपये के ऋण सितम्बर, 2020 तक दे चुके हैं।
नाबार्ड के डीडीएम अरूण कुमार खन्ना ने एफपीओ स्कीम में एक जिला-एक उत्पाद तथा कृषि अवसंरचना कोष के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानों को कृषि क्षेत्र में ढ़ाचागत विकास और कृषि से सम्बन्धित अन्य गतिविधियों जैसे-पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन और पोल्ट्री इत्यादि के लिए भी ऋण दिये जा सकते हैं।
इसके उपरांत पंजाब नैशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक भी हुई, जिसमें संस्थान के निदेशक महिन्द्र कुमार शर्मा ने द्वितीय तिमाही की प्रगति एवं अन्य मदों का ब्यौरा पेश किया।
बैठक में आईएएस(प्रावेशन)नवीन तंवर, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र राजेश कुमार, बैंकों के समन्वयक तथा विभिन्न सरकारी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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