करसोग के तीन गांव में सर्दियों में ही भीषण पेयजल संकट, डेढ़ महीने में सिर्फ दो बार दी पानी की सप्लाई नाराज जनता पहुंची अधिशाषी अभियंता के कार्यालय , 24 घण्टे में मिला समाधान का आश्वासन

करसोग। करसोग में पेयजल संकट लोगों का पीछा नहीं छोड़ रहा है। यहां उपमंडल के तहत मतेहल पंचायत के तीन गांव में लोग सर्दियों के मौसम में ही भीषण पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों को पिछले डेढ़ महीने में केवल दो बार ही पानी की सप्लाई छोड़ी गई है। ऐसे में जल शक्ति विभाग की लापरवाही से नाराज जनता सोमवार को अधिशाषी अभियंता से मिलने पहुंची और पेयजल समस्या को लेकर अपना दुखड़ा सुनाया। लोगों का कहना है कि डेढ़ महीने में मतेजल सहित शिरगल व दोगरी गांव में दो बार ही सप्लाई दी गई। ये भी सिर्फ नाममात्र के लिए पानी दिया गया। इन दोनों ही बार में प्रति परिवार सिर्फ 200 से 300 लीटर पानी दिया गया, जबकि परिवार में 8 से 10 सदस्य होने के साथ ग्रामीणों के पास पशु भी है। ऐसे में इससे पीने का भी गुजरा नहीं हुआ नहाने और शौचालय के लिए पानी उपलब्ध होना तो दूर की बात है। ग्रामीणों ने बताया कि मतेहल में लोग एक हैंडपंप के सहारे है। ये भी घरों से करीब आधा से एक किलोमीटर की दूरी पर है। ऐसे में लोगों का अधितर समय पानी लाने में ही बीत जाता है। ग्रामीणों का ये भी कहना है कि बच्चों को बिना नहलाये ही स्कूल भेजना पड़ता है। इसके अतिरिक्त पानी न होने से लोग डेढ़ महीने से शौचालय का भी प्रयोग नहीं कर पाए हैं। लोगों का कहना है कि मतेहल पंचायत के इन तीन गांव को शंकरदेहरा से पेयजल लाइन बिछाई गई है। जो हमेशा टूटती रहती है, लेकिन लाइन की कई कई दिनों तक मरम्मत न होने से लोगों को हर वक्त पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। गांव में प्राकृतिक स्त्रोत भी नहीं है। ऐसे में लोग भीषण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। लोगों ने विभाग से जल्द से जल्द समस्या का समाधान किए जाने की मांग की है। गांव शिरगल की प्रवीना का कहना है कि डेढ महीने से लोगों को भारी पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में अधिशाषी अभिंयता से मिले और उनसे जल्द पेयजल समस्या के समाधान किए जाने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि पानी की सप्लाई न आने से बच्चों को भी बिना नहलाये स्कूल भेजना पड़ रहा है। मतेहल के लीलाधर का कहना है लोगों को हर बार ये कह कर टाल दिया जाता है कि सड़क निर्माण की वजह से लाइन टूट रही है। जिस कारण पानी की सप्लाई नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि क्यों नहीं सड़क निर्माण के दौरान लाइन को टूटने से बचाने के लिए पुख्ता प्रबंध नहीं किया जाता है।

अधिशाषी अभियंता प्रदीप चड्डा का कहना है कि मतेहल गांव से पेयजल समस्या को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल मिलने आया था। अधिकारियों को 24 घण्टे में समस्या का समाधान किए जाने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को तीसरे दिन पानी की सप्लाई छोड़ने को भी कहा गया है।

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