शिमला। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कोविड केयर सेंटरों के आसपास दिवाली के त्योहार पर पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा स्कूल-कॉलेज और अस्पतालों के आसपास के साइलेंट जोन में भी पटाखे नहीं फोड़े जा सकेंगे। इन साइलेंट जोन में पटाखे न चलाए जाएं, इसके लिए बोर्ड ने सभी जिलाें के डीसी को निर्देश भी जारी कर दिए हैं। साथ ही कोविड मरीजों के होम आइसोलेशन को देखते हुए बोर्ड ने लोगों से पटाखों के कम इस्तेमाल की अपील की है। बोर्ड के सदस्य सचिव डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि अस्पतालों और स्कूलों के अलावा इस बार कोविड केयर सेंटर भी बनाए गए हैं, जहां कोविड मरीजों को रखा जा रहा है। इन सेंटरों को भी इस बार साइलेंट जोन में शामिल किया गया है। कोविड मरीज घरों में भी आइसालेट हैं।
ऐसे मरीजों को पटाखों से होने वाले प्रदूषण की वजह से सांस लेने की तकलीफ हो सकती है। इसलिए बोर्ड इस बार आम लोगों से पटाखों के कम इस्तेमाल की अपील कर रहा है। उधर, प्रदेश भर में पटाखों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध को लेकर उन्होंने कहा कि समूचे प्रदेश या सिर्फ हवा की खराब गुणवत्ता वाली सूची में शामिल हिमाचल में पांवटा साहिब, नालागढ़, बद्दी, परवाणू, सुंदरनगर, डमटाल और कालाअंब में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाना है, इसका फैसला नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के सोमवार को आने वाले फैसले के बाद लिया जाएगा।