शिमला। प्रदेश में हाइपरटेशन व शुगर की वजह से हिमाचलियों की किडनी खराब हो रही है, जो कि एक चिंता का विषय बन चुका है। इसका खुलासा आई.जी.एम.सी. में दिल्ली एमस यूरोलॉजी विभाग के एच.ओ.डी. डॉ. विरेंद्र बंसल ने किया। डॉ. बंसल का कहना है की आई.जी.एम.सी. में जो अभी तक पांच किडनी ट्रांसप्लांट किए है। वे सारे मरीज हाइपरटेंशन से ग्रस्त थे। हिमाचल में स्टोन के मरीजों में भी काफी ज्यादा बढ़ौतरी हो रही है। स्टोन के चलते भी किडनी खराब हो रही है। लोगों को इससे बचने के लिए बल्ड प्रेशर व शुगर के नियंत्रण में करना होगा। हिमाचल के लिए यह खुशी की बात है कि अब आई.जी.एम.सी. में किडनी ट्रांसप्लांट हो रहे है। इससे पहले लोग पी.जी.आई. व एमस तक पहुंच जाते थे। डॉ. बंसल ने का कहना है कि हिमाचल को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए आगे भी सहयोग किया जाएगा। जब भी एमस की जरूरत पड़ेगी तो डॉक्टर आई.जी.एम.सी. आएंगे। अगर किसी भी मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट होता है तो मरीज के रिलेशन वाले उसे किडनी दे सकते है। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए बल्ड ग्रुप मैच होना जरूरी है। तब तक किडनी ट्रांसप्लांट नहीं होता है। ध्यान रहे कि जिन लोगों का किडनी ट्रांसप्लांट हो जाता है उसे परेहज करना बहुत जरूरी है। किडनी ट्रांसप्लांट वाले मरीजों को बाहर का खाना विल्कुल भी नहीं खाना चाहिए और कच्ची सबिज भी विलुकल नहीं खानी है। डॉक्टर द्वारा जो दवाईयां दी जाती है उसे विलकुल भी नहीं तोडऩी है। डॉक्टर के सलाह के बिना दवाईयां नहीं खानी है।