करसोग। करसोग में जगंलों को छोड़कर तेंदुए अब बेखौफ रिहायशी इलाकों में घूमने लगे हैं। उपमंडल की ग्राम पंचायत थली में मंगलवार देर रात एक तेंदुआ आंगन में घूमता हुआ नजर आया। जिसे लोगों ने कमरे के अंदर से ही कैमरे में कैद कर लिया। जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। ये तेंदुआ करीब 25 सैकिंड तक आंगन में एक ही जगह खड़ा रहा। इसके बाद ये तेंदुआ कही और जगह पर चला गया। बताया जा रहा है कि थली पंचायत के तहत दगांव में भी लोगों को तेंदुआ घूमता हुआ नजर आया। चिंता की बात है कि तेंदुआ बेखौफ रिहायशी इलाकों में घूम रहा है। इससे क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है। अब लोग तेंदुए के डर से शाम के समय घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। महिलाएं और बच्चे तो अंधेरा होने से पहले ही घरों में चले जाते हैं। यही नही रात के समय लोगों का रास्ते से होकर चलना भी मुश्किल हो गया गया। पिछले दिनों चौरीधार के बगाश में भी देर रात एक तेंदुआ रिहायशी इलाके में एक घर के स्टोर में घुस गया था। घर के सदस्यों को जैसे ही इस बात का पता चला, उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर बाहर से कुंडी लगा दी। जिस पर सुंदरनगर से वन विभाग के वाइल्डलाइफ की टीम के पहुंचने तक तेंदुआ करीब 14 घण्टे कमरे में ही कैद रहा।रेस्क्यू अभियान के दौरान करीब 2 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को बेहोश कर घर से बाहर निकालकर पिंजरे में कैद किया गया था। इसके बाद अब थली पंचायत में लोगों को तेंदुआ नजर आया है। ग्राम पंचायत थली के प्रधान ठाकुर दास ने इसकी सूचना वन मंडल करसोग को दी है और विभाग से तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि रात को थली और दगांव में तेंदुआ देखा जा रहा है। इस बारे में वन विभाग को सूचित कर दिया है। विभाग ने इस पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
एसजेवीएन द्वारा सतर्कता अनुपालन बढ़ाने हेतु सीपीएसयू में सर्वोत्तम प्रथाओं पर दो दिवसीय सतर्कता संगोष्ठी का आयोजन
शिमला। एसजेवीएन ‘उत्कृष्ट सतर्कता अनुपालन हेतु केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सर्वोत्तम प्रथाओं’ पर दो दिवसीय सतर्कता संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 21-22 नवंबर, 2024 तक धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में कर रहा है। आज…