वैक्सीन के डर से गौशाला में छुप गई बुजुर्ग महिला, काउंसलिंग के बाद लगाया टीका

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करसोग। करसोग के ग्रामीणों क्षेत्रों में लोग कोरोना वेक्सीन लगाने के लिए खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला अति दुर्गम पंचायत सरत्योला में सामने आया। यहां शिक्षा विभाग सहित पंचायतीराज विभाग व स्वास्थ्य विभाग की टीम करीब 20 किलोमीटर का सफर तय कर कई गांव में कोरोना की वेक्सीन लगाने पहुंची। इस दौरान जैसे ही ये टीम बालू कुफरी टीकाकरण के लिए एक घर पर पहुंची यहां एक बुजुर्ग महिला रुकमणी कोरोना वेक्सीन लगवाने के डर से दौड़कर गौशाला के अंदर छुप गई। जिसे प्रशासन की तरफ से भेजी गई टीम इधर उधर तलाश करती रही, लेकिन जब बुजुर्ग महिला का बेटा पशुओं को लेकर गौशाला के अंदर गया तो अपनी मां को एक कोने में छिपा हुआ पाया। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाया गया और फीमेल हेल्थ वर्कर ने गौशाला के अंदर जाकर सूझबूझ का परिचय देते हुए बुजुर्ग महिला को बाहर निकाला। इसके बाद काउंसलिंग करने पर बुजुर्ग महिला को टीका लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम को कई जगह पर इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने भी पहले ही अपनी तैयारी पूरी की है। गांव गांव जा रही स्वास्थ्य विभाग की टीम को शिक्षा विभाग सहित पंचायतीराज विभाग के कर्मचारी भी सहयोग कर रहे हैं। ऐसे में सभी के सहयोग से अति दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों में जाकर प्रशासन कोरोना वेक्सीन के सौ फीसदी लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास कर रहा है। इसी के तहत शुक्रवार को अति दुर्गम पंचायत सरत्योला के दरल, बालू कुफरी, व सराहल आदि गांव में 56 लोगों को कोरोना वेक्सीन लगाई गई। कोरोना वेक्सीन के इस अभियान में हेल्थ विभाग की सीएचओ वंदना ठाकुर, फीमेल हेल्थ वर्कर कला ठाकुर, शिक्षा विभाग से जेबीटी भूपेंद्र और रणजीत, सरत्योला पंचायत के उप प्रधान लीलाधर व पंचायत सचिव विनोद कुमार शामिल रहे।

ग्राम पंचायत सरत्योला के प्रधान लीलाधर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एसडीएम के आदेश पर पंचायत के साथ मिलकर कई गांव में घर घर जाकर 56 लोगों का टीकाकरण किया। इसमें अन्य विभागों का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहा। जिसके लिए उन्होंने प्रशासन का आभार प्रकट किया।

एसडीएम सन्नी शर्मा का कहना है कि अति दुर्गम पंचायत सरत्योला में कोरोना वेक्सीन लगाई गई। इस दौरान एक बुजुर्ग महिला टीकाकरण के डर से गौशाला में छुप गई थी। उन्होंने कहा ऐसे लोगों की साथ ही मे काउंसलिंग भी की जा रही है। जिसके बाद लोग कोरोना वेक्सीन लगाने में प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग टीकाकरण से डरे नहीं और वेक्सीन लगाने में प्रशासन का सहयोग करें।

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