शिमला। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारतीय खाद्य निगम, क्षेत्रीय कार्यालय, शिमला द्वारा सेक्टर–2, न्यू शिमला स्थित सामुदायिक भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रदेश के सभी राजस्व जिलों में ऐसे कार्यक्रम निगम द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं। आज के कार्यक्रम की शोभा शिमला की मेयर श्रीमती सत्या कौंडल ने बढ़ाई। उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य निगम प्रदेश के किसानों एवं गरीब तबके के लोगों के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने प्रदेश में भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए निगम की प्रशंसा की।
इस अवसर पर निगम के महाप्रबंधक (क्षेत्र)ई पंकज कुमार चौधरी ने भारतीय खाद्य निगम की उपलब्धियों को पेश करते हुए कहा कि वर्ष 1965 से भा.खा.नि., देश की सेवा में अनवरत जुटा है। भा.खा.नि. देश की खाद्यान्न सुरक्षा में त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रदान कर रहा है, यथा- किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी का लाभ दिलाना, किसी संकटकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए बफर स्टॉक बनाना एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी पीडीएस को सुगम बनाना।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 जैसी विपरीत परिस्थितियों में निगम के कर्मियों ने फ्रंट लाइन वर्कर की भूमिका बखूबी निभाई। इस वर्ष प्रदेश में जहां एक ओर गेहूं की रिकार्ड खरीद हुई, वहीं भा.खा.नि. धान की खरीद में भी रिकार्ड बनाने की ओर अग्रसर है। इस वर्ष हिमाचल प्रदेश के 5 राजस्व जिलों में गेहूं के 8 खरीद केंद्र खोले गए जिसमें से करीब 13 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद 3258 किसानों से की गई। सभी किसानों को 24 से 48 घंटों के अंदर उनके उत्पाद के मूल्यों का भुगतान कर दिया गया। सभी 3258 किसानों के बीच 25 करोड़ 75 लाख रुपये का भुगतान किया गया।
श्री चौधरी ने बताया कि प्रदेश में अभी धान की खरीद चल रही है। हिमाचल प्रदेश में धान की खरीद पहली बार हो रही है। तैयारियों हेतु बहुत कम समय मिलने के बावजूद प्रदेश की 9 मंडियों में धान की खरीद चल रही हैं। अब तक 20 हजार मीट्रिक टन से ज़्यादा धान की खरीद प्रदेश के 4000 किसानों से की जा चुकी है। यह भी बताना चाहूंगा कि इन किसानों को निर्धारित समय-सीमा में करीब 38 करोड़ रुपये का भुगतान सीधे उनके खातों में किया जा चुका है। अभी भी इन मंडियों में धान का उपार्जन जारी है। इससे प्रदेश के काफी किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि देश भर में केंद्रीय पूल के लिए खरीफ वर्ष 2020-21 में 894 लाख मी.टन धान की अधिप्राप्ति की गयी है। इसी तरह रबी वर्ष 2021-22 में 433 लाख मी.टन गेहूं की अधिप्राप्ति की जा चुकी है। श्री चौधरी ने कहा कि भा.खा.नि. सिर्फ रिकार्ड खरीद ही नहीं कर रहा है बल्कि दिनोंदिन अपने आपरेशन में नई तकनीकों का भी इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने बताया कि PMGKAY के अंतर्गत पूरे देश में कुल 565 लाख मीट्रिक टन गेहूं एवं चावल का कोविड काल में मुफ्त वितरण किया गया।
कार्यक्रम के अंत: में उप महाप्रबंधक (क्षेत्र) अशोक कुमार ने कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि मेयर साहिबा, PMGKAY लाभार्थियों व मीडिया कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।