करसोग। करसोग में अब तक बेलगाम खनन माफिया के लिए एसडीएम सन्नी शर्मा सिंघम बन गए हैं। यहां फिरनु में मोर्चा संभालते हुए एसडीएम ने खनन माफिया पर लगाम कस दी है। इसके लिए सबसे पहले चोरी छिपे रेत और बजरी ले जाने के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। करसोग से करीब 30 किलोमीटर दूर फिरनु में जिस जगहों से खनन माफिया रेत और बजरी बेच कर चांदी कूट रहे थे। यहां जाने वाले सभी रास्तों को जेसीबी से काट कर बंद कर दिया है। यही नहीं पहाड़ों का सीना छलनी कर जिन स्पॉट पर अवैध खनन कारोबार फल फूल रहा है। यहां तक पहुंचने के सभी रास्तों को बंद करने के साथ ही कांटेदार तारों से फेंसिंग की जा रही है। ये कार्य भी अगले कुछ ही दिनों में पूरा हो जाएगा। ये पहली बार है कि एसडीएम ने खुद फील्ड में उतर कर अवैध खनन के खिलाफ घेराबंदी की हो। फिरनु में लगातार प्राप्त हो रही अवैध खनन की शिकायतों पर कड़ा संज्ञान लेते हुए एसडीएम अधिकारियों की टीम के साथ एक माह के अंदर दो बार फिरनु निरीक्षण के लिए पहुंच चुके हैं। इस दौरान लोगों से मिल रही शिकायतों को सही पाया गया। जिसके बाद एसडीएम ने एक्शन मोड़ में आते हुए संबंधित विभागों को अवैध खनन के सभी रास्तों को एक सप्ताह में बंद करने के आदेश दिए थे, लेकिन वन विभाग और पीडब्ल्यूडी ने तीन दिन के अंदर ही आदेशों की अनुपालना करते हुए अवैध खनन वाली साइटों की ओर जाने वाले सभी रास्तों को जेसीबी से खोदकर बंद कर दिया है। इसके बाद अब फेंसिंग कर साइटों को चारों ओर से बंद किया जा रहा है। बता दें कि फिरनु में एक क्रेशर सहित दो साइटों को माइनिंग लीज पर दिया गया है, लेकिन इसके साथ ही पिछले कई सालों से यहां खनन माफिया भी सक्रिय है। फिरनु में तीन जगहों पर अवैध खनन हो रहा है, लेकिन खनन माफिया पर कभी भी इतने बड़े स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
वनमंडल अधिकारी करसोग केबी नेगी का कहना है कि एसडीएम के निर्देशों की पालना करते हुए फिरनु में वन विभाग की भूमि हो रहे अवैध खनन की तीन जगहों के लिए जाने वाले रास्तों को जेसीबी से काटकर बंद कर दिया है। अब पीडब्ल्यूडी की मदद से अवैध खनन वाली साइटों को कंटीली तारों से फेंसिंग कर बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एसडीएम में एक सप्ताह में अवैध खनन वाली साइटों को बंद करने के आदेश दिए थे।