करसोग। करसोग में भारी बर्फबारी का क्रम सुबह से शाम तक जारी रहा। यहां शुक्रवार बिछी चांदी की चादर से कृषि और बागवानी के लिए संजीवनी मिली है, वही भारी बर्फबारी से लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई है। उपमंडल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सुबह से जारी बर्फबारी की वजह शिमला- करसोग मुख्यमार्ग सहित 33 सड़कें बंद हो गई है। इसी तरह से बर्फ से प्रभावित कई क्षेत्रों में बिजली भी गुल होने से जन मानस की मुश्किलें बढ़ गई है। करसोग में पिछले तीन दिनों से मौसम खराब है। ऐसे में क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ गई है। बर्फबारी से सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है और लोग भी ठंड की वजह से घरों में दुबके रहे। कई क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के बाद करसोग राजधानी सहित जिला मुख्यालय मंडी से कट गया है। शिमला- करसोग मुख्यमार्ग सहित मंडी- करसोग रूट पर बसों की आवाजाही बंद हो गई है। इसके अतिरिक्त करसोग में
केलोधार से छतरी, कतांडा से पोखी, कोटलु से कतांडा, सेरी से महावन , सेरी से शाहोट, केलोधार से सैंज , सेरी बगुन्द, रोपडा फेगड़ा , कुठेड़ रशोग देयोम, ममेल मैंडी , करसोग परलोग, चौरीधार कोटलु , जांछ सरही, शिमला मंडी , चिंडी पांगणा , कैंची मोड़ मशोग,पांगणा मंझागंण, खील कुफरी माहूंनाग,खील धरमोड़ शलौटी नाग, माहूंनाग सरतैयोला, परगागली ,कांडीधार कांडलु, बलिंडी कांडा,,काहनो प्रांगण, ,रांगण घैणी शैधल, धरमोड़ बगशाड, बगशाड से सेरी, अलसिंडी तत्तापानी वाया जस्सल, माहोटा बगशाड, रोपडू पाडली, खदर लमशर व तत्तापानी से शाकरा सड़क पर बसों की आवाजाही बंद है। उधर मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के निचले क्षेत्रों में अधिकतर क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई , मध्यम ऊंचाई और ऊंचाई वाले अधिकतर क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। वहीं पांच से आठ फरवरी तक मैदानी क्षेत्रों में अब मौसम साफ रहेगा, जबकि माध्यम ऊंचाई और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कुछेक स्थानों पर बारिश व बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
अधिशाषी अभियंता अरविंद भारद्वाज का कहना है कि भारी बर्फबारी से 33 सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम खुलते ही सडकों को बहाल करने का कार्य शुरू किया जाएगा।