शिमला। विधानसभा में उपाध्यक्ष हंसराज और कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के बीच तीखी नोकझोंक के बाद उपाध्यक्ष ने सदन में कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने जिस तरह का व्यवहार किया है, उस पर भी उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने बताया जान का खतरा
उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से विक्रमादित्य के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उन्हें जान का खतरा है, जिस तरह से एनएसयूआई के लोग कह रहे हैं। उपाध्यक्ष ने कहा कि उस समय राज्यपाल की जान को खतरा था इसलिए बीच-बचाव करना पड़ा। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि राज्यपाल को बचाने के लिए उस समय सारी कोशिशें हुईं। उन्होंने कहा कि कहा कि नेता प्रतिपक्ष के साथ भी ऐसा हुआ होता तो हम उन्हें भी संरक्षण देते क्योंकि विधानसभा परिसर में संरक्षण देना हमारी जिम्मेदारी है हंसराज ने कहा कि आज हाउस में जो कुछ हुआ वह सब ने देखा है। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य ने अपनी सीट से उठकर मेरे पास आकर मुझे धमकी दी। इसलिए मैंने स्पीकर महोदय से निवेदन किया कि उन्होंने मेरा और मेरे संवैधानिक पद का अपमान किया है।
कार्रवाई की मांग
उन्होंने कहा कि यदि हाउस के अंदर ही वह ऐसा कर सकते हैं तो हाउस के बाहर क्या कर सकते हैं, ऐसा आपने कहा कि कांग्रेस बौखलाहट में है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जिस तरह के आपत्तिजनक वीडियो डाले जा रहे हैं उस पर कार्रवाई करने की मांग की है।