एसएमसी अध्यापकों का मानदेय 500 प्रतिमाह बढ़ाया गया

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शिमला। एसएमसी अध्यापकों का मानदेय 500 प्रतिमाह बढ़ाया गया। आईटी शिक्षकों के मानदेय में भी 500 रुपये की वृद्धि की गई है। वाटर करियर का मानदेय 300 रुपये बढ़ा। शिक्षा के लिए 8424 करोड़ के बजट प्रावधान किया गया है। वाटर करियर और मिड डे मील वर्कर्स का मानदेय 300 रुपये बढ़ाया गया। आशा वर्कर्स का मानदेय 750 रुपये बढ़ाया गया है। प्रशिक्षु चिकित्‍सकों के मानदेय में 5000 रुपये की बढ़ाेतरी की गई है। स्‍वास्‍थ्‍य के लिए 3016 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है।

70 वर्ष से अधिक व बेसहारा आश्रम में रह रहे बच्‍चों को हिम केयर कार्ड का कोई पैसा नहीं देना होगा। कक्षा छह से दसवीं कक्षा तक के बच्‍चों की आंखों की जांच व मुफत चश्‍में के लिए दूष्टि योजना शुरू। पंचायतों में आईटी सुविधाओं के लिए 2982 कॉमन सर्विस सेंटर स्‍थापित होंगे, इस पर 149 करोड़ रुपये खर्च होंगे। स्‍वयं सहायता समूहों को उधमता विकसित करने के मकसद से अतिरिक्‍त दो लाख का बजट, जिस पर 10 करोड़ का बजट प्रस्‍तावित। महिलाओं व स्‍वयं सहायता समूहों के लिए सिरमौर में स्‍थापित शी हॉट मॉडल प्रदेश के अन्‍य जिलों में भी स्‍थापित होगा। दुर्गम क्षेत्रों मे बैंकों की सुविधा प्रदान करने के लिए 250 महिलाओं को अधिकृत करेंगे।

स्वयं सहायता समूहों को 10 करोड़ सब्सिडी दी जाएगी। 2400 गांव में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन की गतिविधियां शुरू की जाएंगी। पंचायत चौकीदार और सिलाई अध्यापिका का मानदेय 300 रुपये बढ़ाया गया। 14000 हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगाए जाएंगे। पहले 12000 हेक्टेयर में लगाने का लक्ष्य था। 68 स्वर्ण वाटिका स्थापित होंगी। पराला में सेब का जूस प्रसंस्करण केंद्र खुलेगा। एंटी हेल नेट के लिए 60 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। राज्य मधुमक्खी बोर्ड के गठन की घोषणा की गई।

 

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