विधान सभा में दिए गए स्वास्थ्य मंत्री के बयान से हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारी नाराज, अब करेंगे प्रदर्शन
बीस साल से दे रहे हैं सेवाएं, लेकिन सरकार ने नियमितीकरण को लेकर नहीं बनाई कोई पॉलिसी
करसोग। करसोग सिविल अस्पताल में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों ने विधानसभा में नेशनल हेल्थ मिशन के तहत सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को लेकर पूछे गए प्रश्न पर दिए गए स्वास्थ्य मंत्री के जवाब पर नाराजगी जताई है। यहां करसोग ब्लॉक अनुबंध कर्मचारी संघ के प्रधान विमल पंकज ने स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि हेल्थ सोसायटी के तहत सिविल अस्पताल में 10 के करीब सेवाएं दे रहे हैं, जबकि प्रदेश भर में 1800 कर्मचारी विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्य कर रहे हैं। जिन्हें सेवाएं करते हुए करीब 20 साल का लंबा समय बीत गया है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने नियमितीकरण को लेकर कोई पॉलिसी नहीं बनाए जाने का हवाला दिया है। जिससे हेल्थ सोसायटी के सभी कर्मचारी काफी आहत है। विमल पंकज ने कहा कि हेल्थ सोसायटी के तहत करसोग सिविल अस्पताल में एनएचएम, एड्स कंट्रोल व एनटीसीपी के अंतर्गत 10 कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हीने कहा कि कोरोना काल में भी हेल्थ सोसायटी के कर्मचारियों ने जान जोखिम में डालकर दिन रात लोगों को अपनी सेवाएं दी है। इसके बाद भी सरकार नियमितीकरण के लिए कोई पॉलिसी नहीं बना रही है। उन्होंने कहा कि हेल्थ सोसायटी के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों को मुख्यमंत्री कई बार स्थाई नीति बनाने का आश्वासन दे चुके हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री नियमितीकरण के लिए पॉलिसी नहीं बनाने की बात कर रहे है। उन्होंने कहा कि अब हेल्थ सोसायटी के कर्मचारियों के पास संघर्ष करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। ऐसे में अब जल्द ही एनएचएम, एड्स कंट्रोल व एनटीसीपी हेल्थ सोसायटी में सेवाएं दे रहे कर्मचारी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इस बारे में जल्द बैठक कर रणनीति तैयार की जाएगी।