करसोग। करसोग में कृषि और बागवानी को संजीवनी देन वाली बर्फबारी ने जन जीवन को प्रभावित कर दिया है। यहां रविवार को हुई भारी बर्फबारी से करसोग में अभी 109 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। वहीं बर्फबारी से विभिन्न क्षेत्रों में 12 रूटों पर बसें फंसी गई है। ऐसे में कई क्षेत्र तहसील मुख्यालय से कट गए हैं। बर्फ गिरने से कई क्षेत्रों में बिजली गुल है और लोग अंधेरे में हैं। उपमंडल में कुल 256 बिजली के ट्रांसफार्मर बंद हो गए थे, लेकिन बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने कड़ाके की ठंड के बीच 147 ट्रांसफार्मरों को ठीक कर दिया है। बाकी के ट्रांफार्मर भी मंगलवार तक चालू होने की संभावना है। वहीं सड़कों को खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारी सुबह से ही फील्ड में जुटे हैं। जेसीबी लगाकर सड़कों पर से बर्फ को हटाया जा रहा है। प्राथमिकता के आधार पर करसोग-शिमला मुख्य मार्ग को दोपहर बाद बहाल कर दिया गया है। ऐसे में इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। वहीं शिमला में भारी बर्फबारी के बाद मशोबरा बंद है। ऐसे में करसोग की ओर आने व जाने वाली गाड़ियों को वाया धामी होकर भेजा जा रहा है।
उधर उपमंडल में बर्फबारी के बाद खनेयोल , स्यांज , सोमाकोठी, महोग छतरी, पांगणा ,सरही, सरचा , माहूंनाग , शलाणा, पोखी व बन्दली आदि 12 रूटों पर बसें फंसी है। इस तरह ये क्षेत्र करसोग मुख्यालय से कट गए हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग सड़कों को खोलने का प्रयास कर रहा है। करसोग डिवीजन के एसडीओ छमिंद्र शर्मा खुद फील्ड में उतर कर व्यवस्था को देख रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 24 घण्टों से पहले बंद पड़ी सभी सड़कों को खोल दिया जाएगा। वहीं प्रशासन भी फील्ड से लगातार रिपोर्ट ले रहा है। एसडीएम सन्नी शर्मा का कहना है कि जल्द ही सभी क्षेत्रों में बिजली की आपुर्ति सहित सडक़ों पर वाहनों की आवाजाही को बहाल कर दिया जाएगा।