करसोग। स्वास्थ्य विभाग में पिछले कई सालों से सेवाएं दे रहे हेल्थ सोसाइटी के अनुबंध कर्मचारियों के सब्र का बांध अब टूट गया है। प्रदेश सरकार की बेरुखी से नाराज इन कर्मचारियों ने नियमितीकरण को लेकर 25 जनवरी तक का अल्टीमेटम जारी कर दिया है। अगर सरकार ने तय समयसीमा तक कोई फैसला नहीं लिया तो हेल्थ सोसाइटी के सभी कर्मचारी 2 फरवरी से हड़ताल पर चले जाएंगे। यहां हेल्थ सोसायटी के तहत सिविल अस्पताल में 10 कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जिन्होंने मंगलवार को एक बैठक कर सरकार से नियमितीकरण किए जाने की मांग रखी। कर्मचारियों ने हवाला दिया कि राजस्थान व मणिपुर राज्य सरकारें हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारियों को रेगुलर किया हैं। ऐसे में इन राज्यों की तर्ज पर हिमाचल में भी हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारियों को नियमित किया जाए या फिर रेगुलर स्केल दिया जाए। करसोग सिविल अस्पताल में भी हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारी वर्षों से दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां तक कि कोरोना कॉल में भी कर्मचारी जान की परवाह किए बगैर ईमानदारी के साथ अपना कार्य कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी सरकार कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है। जिसे अब और बर्दाश्त नही किया जाएगा। हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारियों का ये भी कहना है कि प्रदेश की पूर्व वीरभद्र सिंह सरकार ने नियमितीकरण के लिए 2016 में अधिसूचना जारी की थी, लेकिन हैरानी की बात है कि इसे अभी तक लागू ही नहीं किया गया है। जो हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारियों के भविष्य के साथ एक खिलवाड़ है। बता दें कि अगर हेल्थ सोसाइटी के तहत सेवाएं दे रहे पैरामेडिकल स्टाफ हड़ताल पर जाता है तो इससे सिविल अस्पताल में व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाएगी। जिससे आम जनता की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारी संघ ब्लॉक करसोग के अध्यक्ष डॉ विमल पंकज कटोच का कहना है कि हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारियों को नियमित करने के बारे में सरकार को 25 जनवरी का अल्टीमेटम दिया गया है। इसके बाद भी अगर मांग को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो प्रदेश भर में सेवाएं दे रही हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारी 2 फरवरी से हड़ताल पर जाएंगे। हेल्थ सोसाइटी संघ ब्लॉक करसोग ने जिला कार्यकारिणी मंडी के निर्णय का समर्थन करता है।