दो संगठनों ने तहसीलदार के माध्यम से सरकार को भेजे अलग अलग ज्ञापन, तीन दिनों का दिया अल्टीमेटम
करसोग। करसोग सिविल अस्पताल से रेडियोलॉजिस्ट को तीन महीने के डेपुटेशन पर भेजे जाने के आदेशों पर जनता भड़क गई है। इसको लेकर शुक्रवार को दो संगठनों ने तहसीलदार के माध्यम से सरकार को अलग अलग ज्ञापन सौंपे। जिसमें सरकार को तीन दिनों में आदेश वापस लेने का अल्टीमेटम दिया गया है। इसके बाद भी भी अगर आदेश वापस नहीं लिए जाते हैं तो जनता सड़कों पर उतरने के साथ ही स्थानीय विधायक के घर के बाहर भी धरना देगी। यही नहीं ज्ञापन सौंपने पहुंचे दोनों संगठनों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदेश सरकार ने पांच मई को रेडियोलॉजिस्ट डॉ प्रवीण कुमार को तीन महीने के डेपुटेशन पर जोनल हॉस्पिटल कुल्लू भेजने के आदेश जारी किए थे। हैरानी की बात है की करसोग सिविल अस्पताल में तैनात रेडियोलॉजिस्ट सप्ताह में एक दिन सिविल अस्पताल जंजेहली में भी डेपुटेशन पर अपनी सेवाएं दे रहा है। ऐसे में एक मात्र रेडियोलॉजिस्ट को करसोग से सैंकड़ों किलोमीटर दूर डेपुटेशन पर भेजने से मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई है। मीडिया की सुर्खियों में मामला आने के बाद लोगों में भारी रोष है। ऐसे में जनभावना को देखते हुए लोगों ने तुरंत प्रभाव से आदेशों को वापस लेने की मांग की हैं। बता दें कि करसोग विधानसभा की सीमा मुख्यमंत्री के सिराज विधानसभा के साथ लगती। हैं। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र गुडाह, छतरी सहित सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र के निहरी से भी लोग इलाज के लिए सिविल अस्पताल आते हैं। ऐसे में सिविल अस्पताल पर डेढ़ लाख से अधिक की आबादी निर्भर है। इस तरह सरकार का ये निर्णय लाखों की जनता पर भारी पड़ सकता है। यही नहीं सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए पहले ही तीन महीने की वेटिंग चल रही है। इसके अतिरिक्त रोजाना जांच के दौरान 50 से 60 मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सलाह दी जाती है, जिला मंडी में रेडियोलॉजिस्ट की भारी कमी चल रही है। वर्तमान में जिला के दो ही सिविल अस्पताल सरकाघाट और करसोग में रेडियोलॉजिस्ट सेवाएं दे रहे हैं। इसमें अब करसोग से रेडियोलॉजिस्ट को डेपुटेशन पर कुल्लू भेजा गया है।
हिमाचल किसान सभा तहसील करसोग के सचिव एवम सराहन वार्ड से जिला परिषद सदस्य किशोरी लाल का कहना है कि रेडियोलॉजिस्ट को कुल्लू प्रति नियुक्ति पर भेजे जाने के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें सरकार से आदेशों को वापस लेने की मांग की गई। इसके बाद भी अगर तीन दिनों में आदेशों को वापस नहीं लिया गया तो करसोग के सभी संगठन सड़कों पर उत्तर उग्र आंदोलन करेंगे।
समाजसेवी एवम कांग्रेस नेता उत्तम चंद चौहान का कहना है कि
रेडियोलॉजिस्ट के डेपुटेशन के आदेशों को रद्द करने के लिए तहसीलदार के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा गया है। इसके बाद भी अगर कोई उचित निर्णय नही लिया गया तो जनता के साथ सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त स्थानीय विधायक के घर के बाहर भी धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने विधायक पर जनता की आवाज को सरकार के समक्ष सही तरह से न उठाए जाने का भी आरोप लगाया है।