शिमला। वर्ष 988 बैच के आईएएस अधिकारी आरडी धीमान राज्य के नए मुख्य सचिव होंगे। उनकी नियुक्ति वर्ष 1987 बैच के आईएएस अधिकारी राम सुभग सिंह के स्थान पर गई है। उनको बाद में राज्य का नया मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) लगाए जाने की संभावना है। सरकार ने आरडी धीमान की नियुक्ति वरीयता सूची को दरकिनार करके की है क्योंकि निशा सिंह उनसे सीनियर हैं। सरकार इससे पहले भी वरीयता सूची काे दरकिनार करके मुख्य सचिव के पद पर नियुक्ति देती रही है। इससे पहले पूर्व कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए वीरभद्र सिंह ने वीसी फारका को मुख्य सचिव नियुक्त किया था। मुख्य सचिव पद के लिए निशा सिंह के अलावा संजय गुप्ता भी प्रमुख दावेदार थे। संजय गुप्ता भी वर्ष 1988 बैच के अधिकारी है तथा उनका नाम वरीयता सूची में आरडी.धीमान से आगे था।
बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पांच साल की सरकार सरकार के कार्यकाल में आरडी धीमान 7 वें मुख्य सचिव बने हैं। वहीं, राम सुभग सिंह चौथे सीएस हैं जो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए हैं। जब जयराम सरकार जब सत्ता में आई थी तब मुख्य सचिव वीसी फारका थे। जिसके बाद जयराम सरकार ने उन्हें एडवाइजर लगाया और वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। उनके बाद विनीत चौधरी सीए बने। विनीत चौधरी ने अपना कार्यकाल पूरा किया।
उसके बाद बीके अग्रवाल को सीएस पद पर तैनात किए गए, लेकिन वह भी बीच में ही दिल्ली चले गए और इसके पीछे स्वास्थ्य कारण बताए गए। वह भी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। उनके बाद सीएम जयराम के करीबी डॉ. श्रीकांत बाल्दी सीएस बनाया गया। उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया और अब रेरा के चेयरमैन हैं। इसके बाद अनिल खाची चीफ सेक्रेटरी बने। उनको भी कार्यकाल समाप्त होने के दो साल पहले ही पद छोड़ना पड़ा।अब अनिल खाची राज्य चुनाव आयोग को संभाल रहे हैं। खाची के बाद रामसुभग सिंह मुख्य सचिव बने।