चुराग/करसोग। जिला मंडी के तहत विकासखंड चुराग़ में ग्रामीणों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाली पंचायतों में साफ सफाई और रखरखाव की अपनी ही स्थिति दयनीय है। जिसका बीडीओ कार्यालय ने कड़ा संज्ञान लिया है और इस बारे में पंचायत सचिवों को पत्र जारी कर सात दिनों में व्यवस्थाओं को सुधारने का अल्टीमेटम जारी किया है। इसके बाद भी अगर तय समयावधि में आदेशों की अनुपालना नहीं होती है तो संबंधित पंचायत सचिव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पिछले दिनों पंचायत निरीक्षक ने विकासखंड चुराग के अंतर्गत सभी पंचायतों में जाकर व्यवस्था का निरीक्षण किया था। इस दौरान पंचायतों में साफ सफाई और रखरखाव को लेकर कई तरह की कमियां पाई गई। जिसमें पंचायत परिसर में कूड़ा कचरा बिखरा होने के साथ आसपास भांग और झाड़ियां उगी हुई पाई गई। पंचायतों को जाने वाले रास्तों की हालत भी सही नहीं है। यही नहीं पंचायतों में कूड़े कचरे के निष्पादन की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। इसी तरह से पंचायतों को विशेष अनुदान मिलने पर भी शौचालय के रखरखाव की व्यवस्था बहुत ही खराब पाई गई। स्थिति ये है कि मंत्री या फिर अधिकारियों को दौरे के दौरान लोगों के निजी शौचालय को उपयोग में लाना पड़ता है। इसी तरह से पंचायतों में जगह के अभाव के बावजूद पुराना और उपयोग में न आने वाला फर्नीचर कमरों में भरा गया है। कमरों के फर्श उखड़े पड़े हैं। जिससे पंचायतों में कार्य से आने वाले लोगों को बैठने तक की जगह भी नसीब नहीं होती हैं। पंचायतों में लोगों के लिए स्वच्छ पेयजल की भी व्यवस्था तक नहीं है। ऐसे में ग्राम सभा की बैठकों में लोगों को अपने घरों से पानी लाना पड़ता है या फिर पंचायत कार्यालय के समीप लोगों के घरों में जाकर पानी पीना पड़ता है।
विकासखंड चुराग के पंचायत निरीक्षक जोगिंद्र शर्मा का कहना है कि पंचायतों में निरीक्षण के दौरान साफ सफाई और रखरखाव की व्यवस्था सही नहीं पाई गई। इसके लिए सभी पंचायत सचिवों को सात दिनों में व्यवस्था को सुधारने के आदेश दिए गए हैं। इसके बाद भी आदेशों की अवहेलना होती तो पंचायत सचिवों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।