शिमला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से \’उज्ज्वल भारत उज्जवल भविष्य-पावर@2047\’ कार्यक्रम के समापन के ग्रैंड फ़िनाले इवैंट में भाग लिया। हिमाचल प्रदेश में, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मंडी के थुनाग में नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन के साथ समारोह की अध्यक्षता की। इस सुअवसर पर गीता कपूर, निदेशक (कार्मिक) एसजेवीएन, पंकज डढवाल, प्रबंध निदेशक, एचपीएसईबी सहित एसजेवीएन एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
नन्द लाल शर्मा ने अवगत कराया कि वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने विद्युत मंत्रालय की सर्वोत्कृष्ट नवरुपित विद्युत वितरण क्षेत्र योजना का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य डिस्कॉम और विद्युत विभागों की परिचालनागत क्षमता और वित्तीय स्थिरता में सुधार करना है। उन्होंने 5200 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में राष्ट्र की तीव्रता से होती उन्नति में विद्युत क्षेत्र की भूमिका पर प्रकाश डाला। सम्पूर्ण भारत में बिजली महोत्सव की सफलता ने जनता के मध्य विद्युत क्षेत्र की अभूतपूर्व पहल के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा की है। उन लगभग 18,000 गांवों में जिनमें पहले बिजली नहीं पहुंची थी उनमें अंतिम छोर तक बिजली पहुंच सुनिश्चित करना सरकार की आम जनता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पीएम कुसुम योजना जैसी प्रभावी योजनाओं से किसान अपनी आय में बढ़ोतरी करने में सक्षम हुए है।
प्रधानमंत्री ने भारत के विभिन्न राज्यों के विद्युत क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं से लाभ उठाने वाले लाभार्थियों से भी वार्तालाप किया। लाभार्थियों ने अपनी आर्थिक और सामाजिक स्थिति को सुदृढ़ करने हेतु इन योजनाओं के सकारात्मक प्रभाव पर अपने अनुभव साझा किए। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी से पीएम कुसुम योजना के लाभार्थी हंस राज ने भी अपने जीवन का कायाकल्प होने के अनुभव को साझा किया।
नन्द लाल शर्मा ने आगे कहा कि उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य अभियान 25 से 30 जुलाई 2022 तक देश के सभी 773 जिलों में आयोजित किया गया। एसजेवीएन हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लिए नोडल एजेंसी थी, इसके अलावा हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार और गुजरात के विभिन्न जिलों में बिजली महोत्सव का आयोजन भी किया गया। एसजेवीएन ने हिमाचल में 24 स्थानों, पंजाब में 46 स्थानों, हरियाणा में 12 स्थानों, बिहार में 2 स्थानों, गुजरात में 2 स्थानों और महाराष्ट्र में 2 स्थानों के साथ देश भर में 88 बिजली महोत्सव का आयोजन किया।