करसोग। करसोग में एचआरटीसी की मनमानी एक बार फिर देखने को मिली हैं। यहां करसोग डिपो के तहत सोमवार सुबह तत्तापानी-करसोग वाया धूंधन रूट पर रौड़ीधार बस नहीं भेजी गई। जिस कारण सांवीधार और साहज पंचायत से लोग तहसील मुख्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित हुए समारोह में नहीं पहुंच सके। दोनों पंचायतों के तहत कई गांव से जनता महोटा और धूंधन के बीच पड़ने वाले स्टॉप पर बस के इंतजार में खड़ी थी। इस बीच जब बस नहीं आने की सूचना लगी तो जरूरी कार्य से घर से निकले लोगों को टेक्सी करके गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। ऐसे में वाया धूंधन होकर बस न भेजने से लोगों में आजादी का उत्साह भी फीका पड़ गया। वाया धूंधन होकर बस न भेजे जाने का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी लोग रूट पर बस न भेजे जाने की शिकायत कर चुके हैं। स्थानीय जनता ने कई बार मामले को परिवहन निगम के ध्यान में ला चुकी है, लेकिन लोगों की शिकायत पर कोई गौर नहीं हुआ। ऐसे में लोगों में एचआरटीसी के प्रति भारी रोष है। सांवीधार पंचायत के तहत कलंगार वार्ड नंबर दो से सदस्य ललित कुमार का कहना है कि तत्तापानी से करसोग वाया धूंधन होकर रौड़ीधार बस नहीं भेजी गई, जबकि विभिन्न स्टॉप पर लोग बारिश में बस आने का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा की जब बस न आने की सूचना लगी तो लोगों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए टेक्सी मंगवानी पड़ी। उन्होंने आरोप लगाया की परिवहन निगम ने करसोग जाने वाली रौड़ीधार बस को किसी अन्य रूट पर भेज दिया था।
क्षेत्रीय प्रबंधक पीयूष शर्मा का कहना है कि बारिश के कारण कई जगहों पर सड़क की हालत सही नही थी। भूस्खलन पर पानी के बहाव तेज बहाव से सड़क पर गहरी नालियां पड़ गई थी। जिस वजह से रूट पर बस भेजना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि मौसम साफ रहने पर नियमित तौर पर रूट में बस चलती है।