शिमला। हिमाचल कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा है कि जयराम सरकार हिमाचल में कानून व्यस्था बनाए रखने में पूरी तरह से नाकाम है। शिमला में एक प्रैस कांफ्रेंस में नरेश चौहान ने कहा है कि अपराधी दिन दिहाड़े गोलियां चलाकर हत्याएं कर रहे हैं। नरेश चौहान ने ऊना के हरोली में एक कांग्रेसी कार्यकर्ता की हत्या पर सरकार और पुलिस प्रशासन को घेरा और कहा कि अपराधी दिन दिहाड़े गोलियां चलाकर मौके से फरार हो गए। ऊना में इस तरह की वारदात की यह तीसरी घटना है। नालागढ़ में कोर्ट परिसर में भी दिन दिहाडे गोलियां चलीं।
नरेश चौहान ने कहा है कि जयराम सरकार को कमजोर सरकार बताते हुआ कहा कि वह आम लोगों की सुरक्षा करने में फेल है। जयराम सरकार की पुलिस प्रशासन पर कोई पकड नही गई। पुलिस भी अपराध को रोक नहीं पा रही। हिमाचल में अपराधियों को कानून का कोई खौफ नहीं रहा गया और वे लगातार अपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
नरेश चौहान ने कहा कि बीते पांच सालों में हिमाचल में माफिया सक्रिय है। शराब माफिया ने सात लोगों की जान ली। जांच में पता चला कि शराफ माफिया का जाल हिमाचल के सात जिलों में फैला हुआ था। अभी भी यह सक्रिय है। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों के साथ लगते हिमाचल के जिलों में स्थिति बेहद खराब है। ऊना, कांगड़ा में खनन माफिया सक्रिय है। माफिया के लोग कई बार वन और खनन अधिकारियों और कर्मचारियों पर माफिया हमले कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि ऊना में जो वारदात हुई है उसमें भी माफिया की भूमिका हो सकती है। यहां पर ड्रग माफिया की सक्रियता भी है। ऐसे में इसकी जांच की जानी चाहिए कि आखिर इस वारदात में जो लोग शामिल रहे हैं उनके तार किनसे जुड़े हैं। उन्होंने ऊना में हुई वारदात की न्यायिक जांच की भी मांग की।
नरश चौहान ने प्रदेश सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव और हिमाचल की स्थापना के 75 साल से संबंधित कार्यक्रमों के आयोजनों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार के ये चुनावी कार्यक्रम है जिन पर जनता का पैसा बहाया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के लिए 200-300 बसें दूसरे डिपुओं से मंगवाकर बस रूटों को बाधित किया जा रहा है। लोगों को बसें नहीं मिल रही। एचआरटीसी के अधिकारियों पर बसों के लिए दवाब बनाया रहा है। एक दिन के कार्यक्रम के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इन बसों के रूट तीन चार दिनों तक प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम लोगों को परेशानी में डालकर किए जा रहे कार्यक्रमों को चुनावों के मकसद से किया जा रहा है। प्रदेश की जनता भी यह बखूबी जानने लगी है।
नरेश चौहान ने कहा है कि जयराम सरकार से आज हर वर्ग परेशान है। कर्मचारी, किसान-बागवान सभी भाजपा सरकार से त्रस्त है। ओपीएस बाहली के लिए कर्मचारी एक साल से आंदोलन पर है। आउटसोर्स और अन्य अस्थाई कर्मचारी भी काफी अरसे अपनी आवाज उठा रहे हैं। इनसे कोई बात सरकार नहीं कर रही।
बागवानों की हालात इस सरकार ने खराब कर दी है। सेब के दाम बुरी तरह से गिरा दिए गए। सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है। जयराम सरकार केवल चुनावी कार्यक्रम में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार अब चंद दिनों की मेहमान है और जनता अब उसको बदलने का मौका देख रही है।