प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में नहीं कोई कमी,कोरोना के प्रति प्रदेश सरकार बेहद गंभीर: स्वास्थ्य सचिव

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शिमला। प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश बहुत ज्यादा प्रभावित हुए हैं। सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किसी भी तरह की कोई कमी नहीं है। अस्पतालों में बिस्तरों की कोई कमी नहीं है। कोरोना के प्रति सरकार बेहत गंभीर है। सरकार दिन रात काम कर हर तरह के प्रयास कर रही है।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सर्दियों में मौसम की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है । मेकशिफ्ट अस्पताल बनाने पर भी अलग से काम किया जा रहा है। मेकशिफ्ट के तहत प्रदेश के तीन स्थानों पर ऐसी व्यवस्था की जाएगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में टेस्टिंग की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है। सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्ट किये जायें ताकि ज्यादा लोगों तक पहुंचा जा सके। सरकार प्रदेश के अलग-अलग संवेदनशील स्थानों पर अस्पताल के लिए 250 से ज्यादा स्टाफ जिसमें लैब तकनीशियन, नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों को भी नियुक्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी।

वहीं, अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की शिकायतों को लेकर स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि धर्मशाला ज़ोलन अस्प्ताल में ज्यादा मरीज आने को वजह से थोड़ी दिक्कतें पेश आयी थीं। लेकिन समय रहते उसे दरुस्त कर लिया गया। शिमला के डीडीयू में सप्लाई दे रही गाड़ी के दुर्गनाग्रस्त होने की वजह से सप्लाई देरी से पहुंची थी। उन्होंने कहा कि शिमला में भी कुछ समस्याओं को तरफ ध्यान दिया जा रहा है।

डीडीयू अस्पताल में मरीज के वायरल हो रहे वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि मरीज को एम्बुलेंस में शिफ्ट करने की देरी के चलते मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ा था। सरकार ने इसे गम्भीरता से लिया और इसकी जांच के साथ इसकी खामियां जो भी रही हैं उनको दूर करने को बोला गया है।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि शिमला, मंडी कांगड़ा में ऐंबुलेस सेवाओं को और बेहतर किया जा रहा है। इन जिलों के लिए दस-दस अतिरिक्त ऐंबुलेंस उपलब्ध करवाई जा रही हैं। ताकि इन स्थानों पर मरीजों के ज्यादा बोझ को व्यवस्थित किया जा सके। उन्होंने कहा की माहामारी के इस दौर में आईईसी सेवाओं को ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। जानकारी और जागरूकता अभियान के तहत हिम सूरक्षा अभियान शुरू किया जा रहा है। अभियान के तहत दो दिनों में 90 हजार लोगों को स्क्रीन किया गया है।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइसन के मुताबिक हिमाचल में 1 दिसम्बर से प्रथम और अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए एमबीबीएस की कक्षाएं शुरू कर दी जायेंगी। जबकि बाकी कक्षाएं एक सप्ताह बाद शुरू की जाएंगी । छात्रों को कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा साथ ही अभिभावकों का अनुमति पत्र भी जरूरी होगा। उन्होंने का कि केंद्र सरकार प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 8 करोड़ की मदद देने जा रही है।

अमिताभ अवस्थी ने कहा कि प्रदेश के राजनीतिक दलों की रैलियां आयोजित की गई उसका भी कोरोना के मामले बढ़ाने में योगदान रहा है। राजनीतिक दलों के साथ आम जनता के शादियों त्योहारों के चलते भी मामले बढ़े है। कैबिनेट में भी इस विषय पर चर्चा की गई है जिसमें राजनेताओं पर भी ये नियम सख्ती से लागू रहेगा । करोना के अलावा भी कई बीमारियों के मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही है। इसे लेकर भी सरकार गम्भीर है। सरकार ने सख्त आदेश दिए हैं कि जल्द ऐसी कोताही पर बड़ी कार्यवाही से भी सरकार परहेज नहीं करेगी।

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