शिमला। हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने सरकार से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है। पालमपुर में जारी एक बयान में शांता कुमार ने कहा कोरोना के कहर से पूरा देश दहल रहा है। सबसे अधिक दुर्भाग्य की बात यह है कि इस बार कोरोना बढऩे की सबसे अधिक जिम्मेदारी सरकार और नेताओं की है। जनता भी लापरवाही के लिए एक सीमा तक जिम्मेदार है। पिछले 15 दिनों में बंगाल में कोरोना के रोगी पांच गुणा बढ़ थे। चुनाव के सभी प्रदेशों में यह कहर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्रों में में कहा है आपातकाले मर्यादा नासतिच्च् इसका सीधा सा अर्थ है कि जब जिंदगी ही दांव पर लगी हो तो सभी नियम मर्यादाएं तोड़ी जा सकती है।
आज की परिस्थिति में कुंभ करने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने कहा भगवान तो हर जगह हैं, हमारे घर में भी है। यदि सब प्रकार के धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रम बंद कर दिए गए होते तो इस बीमारी से बहुत राहत मिलती। शांता कुमार ने कहा एक सीमा तक आर्थिक गतिविधियां जारी रहनी चाहिएं। इसके अतिरिक्त आज की परिस्थिति में सब प्रकार के धार्मिक सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होने चाहिएं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से विशेष आग्रह किया कि सभी नेताओं के दौरे बंद किए जाएं।
मंत्री और नेता कार्यालय में बैठकर शायद अधिक काम कर सकते हैं। आवश्यकता होने पर वर्चुअल कार्यक्रम भी हो सकते हैं। यह बीमारी रुकने वाली नहीं है। सावधानी के नियमों का जनता की ओर से पालन करवाने के लिए सरकार को सख्ती शुरू करनी चाहिए, और जुर्माना की राशि बढऩी चाहिए। जब जीवन ही दांव पर लगा है तो हर आवश्यक कदम तुरंत उठाया जाना चाहिए।