शिमला। सूबे में हिमाचल पथ परिवहन निगम ने भी फाइव डे वीक के तहत बसें चलाने का निर्णय लिया है। लाेकल रूटाें पर शनिवार और रविवार काे बसें नहीं चलेगी। सिर्फ लाॅन्ग रूटाें पर ही बस सेवा मिलेगी। छुट्टी से पहले दिन भेजी गईं लाेकल बसें अगले दिन नहीं वापस नहीं आएगी। वे साेमवार काे ही वापस लाैटेंगी।बाजार और दफ्तर बंद रहने से और सवारियाें की कमी काे देखते हुए एचआरटीसी ने इस तरह का निर्णय लिया है। शहर के कुछ स्थानाें पर टैक्सी सेवा भी बंद की गई हैं। शनिवार काे लाेगाें काे रूटाें पर बसें नहीं मिली। शिमला में सुबह 11 बजे तक ताे इलेक्ट्रिक बसें रूटाें पर चलती रही, लेकिन इसके बाद अधिकतर बसाें काे बंद कर दिया।
वहीं, प्राइवेट बस ऑपरेटरों ने शिमला में अपनी बसें सड़कों से पहले ही हटाना शुरू कर दिया है। ऐसे में दाेपहर बाद शहर में कम रूटाें पर बसें चल रही हैं। जहां पांच मिनट के अंतराल के बाद लाेगाें काे बसें मिलती थी, वहीं अब एक घंटें के बाद भी एक या दाे बसें आ रही हैं। एचआरटीसी के आरएम लाेकल देवासेन नेगी का कहना है कि रूटाें पर सवारियां नहीं मिल रही है। इसलिए बसाें काे कम कर दिया है।
लॉन्ग रूट की बसें भी की जा सकती है कम
लाॅन्ग रूट पर भी आने वाले दिनाें में कम बसें भेजी जा सकती हैं। दिल्ली रूट पर पहले ही बसाें काे कम कर दिया है। निगम प्रबंधन का कहना है कि फिलहाल स्थिति पर नजर रखी जा रही है। ड्राइवर-कंडक्टर काे काेविड नियमाें का पालन करने के लिए कहा है। कुछ लाॅन्ग रूटाें काे फिलहाल कम किया है, बस टाइमिंग में फेरबदल किया है।
दिल्ली और बाहरी राज्याें के अन्य रूट कम हाेने से यात्रियाें के साथ-साथ एचआरटीसी काे भी नुकसान हाेगा। बीते साल लगे लाॅकडाउन के दाैरान भी निगम काे कराेड़ाें रुपए का नुकसान हुआ था। एचआरटीसी की वाॅल्वाें बसाें की एडवांस बुकिंग चल रही है। लाॅकडाउन के बाद से एचआरटीसी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।
डीजल के लिए पर्याप्त बजट नहीं हैं। इसके अलावा कई रूटाें पर सवारियां भी कम मिल रही हैं। कई बसाें के नए टायर बदलने हैं, इसके लिए भी बजट नहीं हैं। अब हालात ये हाे गए हैं कि 42 सीटर बसाें में महज पांच सवारी भी नहीं हाेते हैं, इसलिए ग्रामीण रूटाें पर बसें नहीं चला पा रहे हैं।
फिक्स टाइम पर बसें चलाने का निर्णय ले सकता है एचआरटीसी
फिलहाल अभी एचआरटीसी ने कोरोना संकट के बीच लोगों को परिवहन सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए एचआरटीसी ने फिक्स टाइम पर बसें चलाने का निर्णय लेने का मन बनाया है। एचआरटीसी की बसें शिमला से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के लिए रवाना होंगी। बसों की रवानगी का समय निर्धारित कर समय सारणी तैयार की जा रही है।