शिमला। कोविड 19 के इस दौर में जो लोग अपना रोजगार खो चूके है उन लोगों की मदद के लिए कई संस्थाए अपना पूरा सहयोग कर रही है। ऐसी ही एक संस्था नोफल है जो गरीब व जरूरत मंद लोगों की बीते एक साल से सहायता कर रही है। नोफल संस्था द्वारा सोमवार को रिज मैदान के घोड़ो को अडप्ट कर दिया है। रिज मैदान के लगभग 17 घोड़ा चालकों को भी अडप्ट किया है। इन घोड़ो का पूरा खर्चा नोफल संस्था के द्वारा लॉकडाउन के दौरान किया जाएगा। संस्था के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने कहा कि जब तक प्रदेश में लॉकडाउन लगा रहेगा तब तक संस्था सभी घोड़ो के खाने पीने से लेकर हर जरूरत को पूरा करेगा। इसके अलावा संस्था ने घोड़ा मालिकों के परिवार वालों को भी लॉकडाउन के दौरान राहत सामाग्री प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा घोड़ो के लिए तोडी, चोकर, दाना आदि दिया गया। इसमें तोडी 12 क्वंटल, चोकर ढाई क्वंटल, दाना 6 क्वंटल दिया गया। वहीं घोड़ा मालिकों को भी राशन सामाग्री दी जा रही थी लेकिन घोड़ा मालिकों ने कहा कि हमारे पास अभी राशन उपलब्ध है। हमें राशन की अ ाी जरूरत नहीं है। हमें सिर्फ अ ाी घोड़ो के लिए चारे व दाने की जरूरत है। गुरमीत ने कहा कि संस्था ने घोड़ो के अलावा रिपन अस्पताल में मरीजों के साथ आए तीमारदारों को रात बिताने के लिए बिस्तर आदि भी दिए। उन्होंने कहा कि रिपन अस्पताल में तीमारदारों को लगभग 40 बिस्तर दिए। इसमें बैड, बिस्तर, गदे, चादरे, तकिए आदि दिए गए। इसके अलावा जिन लोगों को भी अस्पताल या घरों में कोई दिक्कते आ रही हो वह नोफल संस्था से सीधे संपर्क कर सकता है। संस्था दिन रात लोगों की सेवा के लिए तत्पर है। गुरमीत ने कहा कि संस्था द्वारा कुछ दिनों पहले आई.जी.एम.सी, रिपन व आयुर्वेदिक अस्पताल में 100-100 पेटियां मिनरल वाटर की भी दी है तथा आने वाले समय भी कोविड मरीजों को यह सुविधा दोबारा से दी जाएगी।