शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के कोटखाई दुष्कर्म एवं हत्या मामले की सुनवाई एक बार फिर ससे टल गई है। आरोपित नीलू की सजा पर फैसले की सुनवाई अब आठ जून तक टल गई। अब आठ जून को फैसला होने की उम्मीद है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश की विशेष अदालत में वीरवार को सुनवाई हुई, लेकिन फैसला देने की तारीख आठ जून तक टल गई है। आरोपित पहले ही दोषी करार हो चुका है।कोटखाई में छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में मासूम को जल्द ही न्याय मिलेगा। वारदात को पौने चार साल से अधिक का लंबा वक्त हो गया है। बावजूद इसके पहाड़ की इस बेटी को इंसाफ नहीं मिल पाया है। हालांकि पीड़ित परिवार ने मृतका की मां की ओर से याचिका के माध्यम से हाइकोर्ट से गुहार लगाई है कि वह सीबीआइ से दोबारा जांच करवाए। इस आग्रह के बीच दुष्कर्म एवं हत्या से संबंधित संगीन केस में निचली अदालत में सुनवाई पूरी हो चुकी है। दोनों पक्षों के बीच बहस, तर्क वितर्क पूरा हो गया गया है।
क्या है मामला
कोटखाई के गांव हलाईला क्षेत्र में 15 साल की स्कूली छात्रा के साथ 4 जुलाई को 2017 को दुष्कर्म हुआ और फिर हत्या कर दी गई। पहले जांच पुलिस ने की। पुलिस ने जिन आरोपितों को गिरफ्तार किया, उनमें से सूरज की कोटखाई थाने की हवालात में मौत हो गई थी। इससे जनता सड़क पर उतर आई थी। इसके बाद हाईकोर्ट ने दोनों मामलों की सीबीआइ जांच के आदेश दिए थे। जांच में पुलिस की थ्योरी गलत साबित हुई। सीबीआइ ने सभी आरोपितों को क्लीन चिट दी, जबकि बाद में छात्रा के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले में चिरानी अनिल कुमार उर्फ नीलू को गिरफ्तार किया गया, जिसे कोर्ट ने दोषी करार दे दिया है।