करसोग में डमसार नाला सोर्स से गांव को सीधी जोड़ दी सप्लाई, बरसात में दुषित पानी पी रहे लोग, जलजनित रोग फैलने का खतरा

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करसोग। करसोग में जल शक्ति विभाग की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां डमसार नाला में सोर्स के तहत बने जल भंडारण टैंक को बाईपास कर सीधे थनाली गांव के करीब दो सौ लोगों को पानी की सप्लाई दी जा रही है। जिससे बारिश के साथ बहकर नाले में आने वाली गंदगी नलों के माध्यम से लोगों के घरों में पहुंच रही है। ऐसे में दूषित पानी पीने से गांव में जल जनित रोगों के फैलने का अंदेशा बना हुआ है। मामला ये है कि पेयजल योजना के तहत डमसार में करीब 25 से 30 साल पहले बने जल भंडारण टैंक की हालत काफी जर्जर हो चुकी है। स्थानीय जनता ने इसी साल 25 जून को पंचायत के माध्यम से जल शक्ति विभाग को जल भंडारण टैक की मरम्मत का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन विभाग ने टैंक की मरम्मत न कर पानी की लाइन को टैंक से हटा दिया। यही नहीं डमसार नाला में सोर्स के समीप करीब दो साल पहले जो इनटैक टैंक बनाया गया है। उसमें भी सोर्स से पानी नहीं जोड़ा गया है। दो सालों से खाली पड़े इस इनटैक टैंक में गंदगी भरी पड़ी है। ऐसे में स्टोरेज टैंक न होने से पानी में ब्लीचिंग पाउडर भी नहीं मिलाया जा रहे है। जिससे बरसात के दिनों में लोग दूषित पानी पीने को मजबूर है। लोगों का ये भी कहना है कि जब सोर्स में बने इनटैंक टैंक में पानी नहीं डाला जा रहा है तो इस पर जनता के खून पसीने से कमाए गए पैसे को बर्बाद करने की क्या जरूरत थी। लोगों ने डंमसार में जर्जर हालत में पड़े जल भंडारण टैंक का भी जल्द से जल्द मरम्मत कार्य शुरू करने की मांग की है। ताकि जल भंडारण टैंक में ब्लीचिंग पाउडर मिलाने के बाद ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल सप्लाई मिल सके।

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ममलेश्वर महादेव युवक मंडल के प्रधान युवराज ठाकुर का कहना है कि थनाली गांव के लिए डमसार नाले से पानी की सप्लाई आती है। जिसे पहले जल भंडारण टैंक में डाला जाता है, लेकिन इस टैंक की हालत जर्जर हो चुकी है। ऐसे में अब टैंक से लाइन को हटाकर सीधे गांव को पानी की सप्लाई दी जा रही है। इस कारण बरसात के दिनों में लोग दूषित पानी पीने को मजबूर है। सोर्स में जो इनटैक टैंक बना है। इसमें भी पानी नहीं डाला जा रहा है। जो दो साल पहले सोर्स से करीब 20 से 30 मीटर दूरी पर बनाया गया है। इस बारे में युवक मंडल पांच छह महीनों से लगातार मामला उठा रहा है। लेकिन विभाग ने कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा कि अब भी अगर विभाग ने कोई निर्णय नहीं लिया तो इस मामले को 12 सितंबर की करसोग में आयोजित होने वाले जनमंच कार्यक्रम में उठाया जाएगा।

एसडीओ दत्तराम का कहना है कि भंडारण टैंक का एस्टीमेट तैयार है। अब तुरंत प्रभाव से कार्य शुरू किया जा रहा है। इनटेक को प्रयोग में क्यों नहीं लाया जा रहा है, इस बारे में जेई से रिपोर्ट ली जा रही है।

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