बाड़े में घूस कर तेंदुए ने 8 बकरियों को बनाया शिकार, पांच सदस्यीय टीम ने एक घंटे में किया रेस्क्यू

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करसोग।  करसोग उपमंडल के तहत उपतहसील बगशाड़ के डमोग गांव में तेंदुए ने रात को बाड़े में घूस कर आठ बकरियों को मौत के घाट उतार दिया। यहां रविवार को देर रात तेंदुआ बाड़े में घूस गया और एक साथ आठ बकरियों को मार दिया। जिसकी सूचना सोमवार को दोपहर बाद वन विभाग को दी गई। जिसके बाद मंगलवार को सुंदरनगर से टीम घटना स्थल पर पहुंची और एक घंटे में तेंदुए का सफल रेस्क्यू किया गया। इस दौरान आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग घटना स्थल पर उपस्थित रहे। रेस्क्यू टीम में आरएफओ डॉ कैलाश ठाकुर, पीयूष शर्मा, वन रक्षक देशराज, कमल सैनी व वेटनरी फार्मासिस्ट चमन शर्मा शामिल थे। बता दें कि कई दिनों से तेंदुए ने क्षेत्र में आतंक मचा रखा था। यहां पिछले पंद्रह दिनों में तेंदुआ कई भेड़ बकरियों सहित कुत्तों को अपना शिकार बना रहा था। उप तहसील बगशाड़ के तहत मेहरन पंचायत के कांडी गांव में सबसे पहले तेंदुए ने बाड़े में घुसकर पूर्ण सिंह पुत्र भीमी राम की 6 बकरियों को शिकार बनाया था। इसके एक सप्ताह बाद ही तेंदुए ने मेहरन पंचायत के अंतर्गत छीउंड गांव में बाड़े के अंदर घुसकर खेमराज की पांच भेड़ों को अपना शिकार बना दिया। इस घटना के तीन दिन बाद ही तेंदुए ने भनौती गांव में बाड़े में घूस कर कीर्ति शर्मा के भेडू को मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान फलिंडी गांव में भी दो बकरियों सहित दो कुत्तों को भी तेंदुएं ने अपना शिकार बनाया। तेंदुए के लगातार हमले से स्थानीय जनता में डर का माहौल था। यही नहीं तेंदुए के डर से लोगों का रात के समय घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। इसको देखते हुए स्थानीय जनता लगातार वन विभाग से पिंजरा लगाए जाने की मांग कर रही थी। हालाकि डमोग से तेंदुए का रेस्क्यू किया गया है, लेकिन लोग अभी भी क्षेत्र में तेंदुए की आशंका जता रहे है। जिसके लिए वन विभाग से घटना स्थल के आसपास पिंजरा लगाए जाने की मांग की गई है।

करसोग वन खंड अधिकारी कृष्ण भाग नेगी का कहना है कि बाड़े में तेंदुए के कैद होने की सूचना मिलने के बाद सुंदरनगर से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया। जिसके बाद करसोग वन विभाग और वाइल्ड लाइफ टीम ने एक घंटे में तेंदुए का रेस्क्यू किया। उन्होंने कहा की और कोई घटना न घटे इसके लिए सर्च अभियान जारी रहेगा।

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