शिमला। सूबे में पिछले दिनों से हो रही मानसून की बारिश जान और माल को भारी नुकसान पहुंचा रही है। राज्य में बीते 48 दिनों में 200 लोगों की जान सड़क हादसों, बादल फटने, बाढ़, भूस्खलन इत्यादि से हो चुकी है। शिमला जिला में सबसे ज्यादा 34 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 377 लोग घायल हुए है। वहीं सात व्यक्ति लंबे समय से लापता चल रहे हैं।मानसून की भारी बारिश से 1003 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति भी बरसात की भेंट चढ़ गई है। लोक निर्माण विभाग को सबसे ज्यादा 569 करोड़ की चपत मानसून सीजन में लग गई है। जल शक्ति विभाग को 409 करोड़ और बिजली बोर्ड को 68 लाख रुपए का नुकसान हो गया है।
140 सड़कें बंद
प्रदेश में बीते 30 घंटे से हो रही बारिश की वजह से 140 सड़कें और 175 के करीब बिजली के ट्रांसफॉर्मर बंद पड़े हैं। सड़कें बंद होने से ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर दूर दराज के कई ग्रामीण इलाकों में सड़कों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है।
कल से तीन दिन भारी बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग की मानें तो आज प्रदेशभर में धूप खिल सकती है लेकिन कल से फिर मौसम करवट बदलेगा और आगामी तीन दिन के लिए मैदानी, निचले और मध्यम ऊंचे क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
प्रदेश में 94 मकान क्षतिग्रस्त
मानसून की भारी बारिश से 94 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। इससे दर्जनों लोगों से ऐसे वक्त में उनका आशियाना छीना है जब बरसात से बचने के लिए छत्त की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इसी तरह 326 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। इनमें भी कई घर ऐसे है जिनकी रातें मकान क्षतिग्रस्त होने के भय में बीत रही हैं। मानसून सीजन के दौरान 55 दुकानें, 16 लेबर शेड, 293 गौशालाएं और 28 घ्राट भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। इससे 9.95 करोड़ रुपए का नुकसान आंका गया है।