करसोग। करसोग थाना में एट्रोसिटी को लेकर दर्ज हुए मामले में एचआरटीसी परिचालक की मुश्किलें बढ़ सकती है। दिव्यांग मोहन सिंह ने परिचालक पर मारपीट और जाति सूचक शब्द का प्रयोग किए जाने के आरोप लगाए हैं। जिस पर डीएसपी गीतांजलि ठाकुर बुधवार को मौके पर पहुंची और इस दौरान गवाहों के बयान दर्ज किए गए। प्रथम दृष्टि में जो मामला सामने निकल कर आया है, उसमें गवाहों ने दिव्यांग के साथ बस में हुई मारपीट की बात को स्वीकार किया है। गवाहों ने माना है कि बस में सफर करते वक्त दिव्यांग को धक्का दिया गया था और इस दौरान मारपीट भी हुई थी। पुलिस ने गवाहों के बयान दर्ज कर लिए हैं। यही नहीं मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस बस परिचालक के पिछले रिकॉर्ड को भी खंगाल रही है। इसमें देखा जा रहा है कि परिचालक कब से पांगणा रूट पर सेवाएं दे रहा है, इस दौरान अन्य सवारियों के साथ परिचालक का किस तरह का व्यवहार रहा है।
इसके अतिरिक्त जाति सूचक शब्द का प्रयोग करने के मामले पर पुलिस की जांच जारी है। इस मामले में जैसे ही कोई ठोस सबूत पुलिस के हाथ लगता है। इसके मुताबिक आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मामले को लेकर अभी बस परिचालक से अभी पूछताछ की जानी है।
डीएसपी गीतांजलि ठाकुर का कहना है कि बस परिचालक के खिलाफ जो मामला दर्ज हुआ है। इसको लेकर स्पॉट विजिट की गई। गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। जिसमें उन्होंने दिव्यांग के साथ धक्का दिए जाने और मारपीट की बात को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।