कोटखाई। हिमाचल में हो रहे उप चुनावों में भाजपा के नाराज़ नेताओ के बागी तेवर बरकरार है। जुब्बल कोटखाई भाजपा मंडल के कार्यकर्ताओं में रोष का महौल बना गया है कार्यकर्ताओं में बगावती सुर दिखने शुरू हो चुके है गु्म्मा में आज आयोजित जुब्बल कोटखाई भाजपा मंडल की बैठक में देखने को मिले । जहां पर चेतन बरागटा भी मौजूद थे ।दरअसल जुब्बल नावर और कोटखाई उप-चुनाव में भाजपा की टिकट की दौड़ में पुर्व विधायक व स्वर्गीय नरेन्द्र ब्राग्टा के बेटे को बताया जा रहा था । नरेन्द्र ब्राग्टा की मुत्यु के बाद जितने भी प्रदेश के कार्यक्रम हुए उसमें चेतन ब्राग्टा को भाजपा आगे लाकर चलते रहे ।
हालांकि पिछले दिनों पूरे विधानसभा में भी चेतन बरागटा का नाम ही भाजपा की टिकट की दौड़ में बताया जा रहा था । लेकिन भाजपा हाईकमान ने जुब्बल नावर और कोटखाई विधानसभा से भाजपा का टिकट पुर्व जिला परिषद की सदस्य नीलम सरेइक को दिया । निलम सरेइक पुर्व जिला परिषद रह चुकी है । पंचायती राज चुनाव में निलम सरेइक को जिला परिषद भाजपा का टिकट नही मिला पाया था उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भाजपा के खिलाफ चुनाव लडा और उस चुनाव में निलम सरेइक को हार मिली लेकिन भाजपा ने उसी बगावती उम्मीदवार को आज भाजपा ने विधानसभा का टिकट दिया है ।
आज कोटखाई के गुम्मा में भाजपा की रैली में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने हिमाचल भाजपा और हाईकमान के फैसल को लेकर नाराजगी जताई । मंच पर से चेतन बरागटा आगे बढो के नारे लगने लगे और भाजपा के हाईकमान के उस फैसले को बदलने की आवाज उठने लगी । भाजपा कार्यकर्ताओं ने सवाल पुच्छे की जिस निलम ने भाजपा से टिकट न मिलने पर बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार बनी और चुनाव लडा और आज हाईकमान उसी कार्यकर्ता को टिकट देती है । यह एक भाजपा के लिए सोचने का बिषय है ।
अब चेतन बरागटा के पक्ष में कार्यकर्ताओं ने बगावती सुर बोलने शुरू कर दिये है कहना है कि यदि टिकट नही बदला गया तो हम कुछ और फैसला भी ले सकते है । अब देखना यह होगा कि क्या चेतन बरागटा अब निर्दलीय भी चुनाव लड सकते है । यह समय ही बता पाएगा ।