करसोग। करसोग में एचआरटीसी बस की ब्रेक फैल हो गई, लेकिन ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए बड़ा होने से बचा दिया। यहां बुधवार सुबह उपमंडल के शोरशन के समीप एचआरटीसी बस नंबर एचपी 03 बी 6135 की ब्रेक फैल हो गई। ये बस सलाणा से करसोग की ओर जा रही थी। जैसे ही बस शोरशन पहुंची यहां स्पीड ब्रेकर के समीप चालक ने स्पीड को कुछ कम करने के ब्रेक लगाई, लेकिन बस ने ब्रेक नहीं पकड़ी। जिस पर चालक ने सीट पर खड़ा होकर जोर से ब्रेक दबाने का भी प्रयास किया, लेकिन बस नहीं रुकी। ऐसे में चालक को ब्रेक फेल होने का अंदेशा हुआ। इस पर चालक ने सवारियों को कस कर अपनी अपनी सीटों को पकड़ने के लिए कहा। सवारियों में अफरा तफरी न मचे इसके लिए उन्हें ब्रेक फैल होने की भनक नहीं लगने दी। जिस जगह पर ब्रेक फेल हुई यही सड़क के साथ ऊपर की ओर लिंक रोड जा रहा था। चालक ने लोगों की जान को बचाने के लिए सूझबूझ से काम लेते हुए बस को लिंक रोड के डंगे पर चढ़ा दिया। इस पर बस आगे जाकर रुकी और फिर धीरे धीरे पीछे हटने लगी। जैसे ही बस पीछे हटी इस दौरान बस टेडी होकर सड़क पर पलट गई। जिसमें पांच लोगों बोधराज केशव लीलाधर केवल व सीमा को हल्की चोटें आई। जिन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल सुन्नी ले जाया गया। जहां उपचार करने के बाद सभी घर भेजा दिया गया। ऐसे में चालक की समझदारी से न केवल लोगों की जान बच गई बल्कि बस को भी अधिक नुकसान नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि अगर चालक ने समझदारी नहीं दिखाई होती तो जान माल का काफी अधिक नुकसान हो जाता। स्थानीय जनता भी चालक की सूझबूझ की प्रशंसा कर रही है। यही नहीं इस मुश्किल घड़ी में बहुमूल्य जाने बचाने के लिए लोगों ने सरकार से चालक को पुरस्कृत किए जाने की भी मांग की है। इस बस में चालक व परिचालक सहित कुल 13 लोग सवार थे। इस हादसे की सूचना क्षेत्रीय प्रबंधक सहित थाना करसोग को दी गई। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों के बयान दर्ज किए। चालक मुरारी लाल ने बताया कि सालाणा से करसोग जाते वक्त शोरशन के समीप बस ने अचानक ब्रेक छोड़ दी। सीट पर खड़ा होकर ब्रेक लगाने का प्रयास किया गया, लेकिन बस ने ब्रेक नहीं पकड़ी। ऐसे में सवारियों की जान को बचाने के लिए बस को लिंक रोड पर चढ़ाया गया। जिसके बाद बस पीछे हटते समय सड़क में ही पलट गई। इससे लोगों की जान बच गई। उन्होंने कहा कि अगर बस को लिंक रोड पर नहीं चढ़ाता तो लोगों की जान मुश्किल में पड़ जाती।
डीएसपी गीतांजलि ठाकुर का कहना है कि शोरशन में जो हादसा हुआ है। इसमें मानवीय चूक नहीं पाई गई। उन्होंने बस में मैकेनिकल दिक्कत आने के बाद चालक ने समझदारी से काम लेते हुए बड़ा हादसा होने से बचा लिया।