शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 66 वां राष्ट्रीय अधिवेशन 25 और 26 दिसंबर को नागपुर महाराष्ट्र में संपन्न हुआ। इस अधिवेशन में देश भर से 200 प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। इस अधिवेशन में सर्वसम्मति के साथ 4 प्रस्ताव भी पारित हुए। जिसमें की प्रस्ताव 1. राष्ट्रीयता का भाव परिलिक्षित करती राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हो शीघ्र क्रियान्वयन।
प्रस्ताव 2. राष्ट्रीय परिदृश्य।
प्रस्ताव 3. आत्मनिर्भरता से समृद्धि को ओर अग्रसर भारत।
प्रस्ताव 4. विशिष्ट संस्कृति व जीवन पद्धति के द्वारा कोरोना महामारी से विजय पाता भारत।
यह चार प्रस्ताव पारित किए गए। इस अधिवेशन में डॉ छगनभाई पटेल राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा निधि त्रिपाठी राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में निर्वाचित हुए। हिमाचल प्रदेश से सम्बन्धित भी कई नवीन घोषणाएं इस राष्ट्रीय अधिवेशन में की गई। इस अधिवेशन में गौरव अत्री को प्रदेश संगठन मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। इससे पूर्व में गौरव अत्री प्रदेश के सह संगठन मंत्री के रूप में कार्य कर रहे थे। इसी के साथ डॉक्टर आलोक पांडे को एक बार पुनः शोध कार्य प्रमुख का दायित्व सौंपा गया और उनका केंद्र शिमला रहेगा।
नवीन घोषणाओं में डॉ नागेश ठाकुर को राष्ट्रीय कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य तथा डॉ नितिन व्यास, तिलक ठाकुर, कोमल वेकटा, अभिषेक कुमार, आशीष शर्मा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बनाए गए। साथ ही आशीष शर्मा को सोशल मीडिया राष्ट्रीय सह संयोजक की जिम्मेदारी भी दी गई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का यह 66 वां राष्ट्रीय अधिवेशन डॉ हेडगेवार स्मारक समिति , रेशीमबाग नागपुर में संपन्न हुआ। इस अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैया जी जोशी मुख्य अतिथि के रूप में रहे।