करसोग। समाज में बढ़ती नशे की प्रवृति को रोकने के लिए महिलाओं ने अनूठी पहल की है। करसोग में ग्राम पंचायत बिंदला पंचायत में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाला कोई भी व्यक्ति अगर नशे की हालत में पाया जाता है तो उसका नाम बीपीएल सूची से काटा जाएगा। यहां आयोजित हुई ग्राम सभा की बैठक में स्थानीय छह महिला मंडलों ने ये प्रस्ताव लाया। प्रधान रोशनी देवी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में बहुमत के साथ प्रस्ताव को पारित किया गया। महिलाओं ने गांव में बिक रही अवैध शराब के धंधे को भी बन्द करने की मांग की। हालत ये है कि बीपीएल सूची में नाम डालने की होड़ में लोग आपस में लड़ रहे हैं, ताकि सरकार की तरफ से गरीब परिवारों को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ लिया जा सके। पंचायत में कुछ ऐसे भी गरीब परिवार हैं, जो राशन खऱीदने के लिए पैसे नहीं होने का दावा करते हैं, लेकिन शराब खरीदने के लिए ऐसे लोगों के पास पैसे की कमी नहीं है। जिससे घरों में झगड़े हो रहे हैं। इसलिए अब जो भी व्यक्ति नशे की हालत में पाया जाता है, उसका नाम बीपीएल सूची से हटाया जाएगा। ये प्रस्ताव महिला मंडल तलेहण, महिला मंडल देव बड़ेऊगी, दुर्गा महिला मंडल खडैण, महिला मंडल डवारू, महिला मंडल बिंदला व महिला मंडल मरोला ने लाया। जिसका ग्राम पंचायत में पुरजोर समर्थन किया गया। इसके अतिरिक्त ग्राम सभा की बैठक में बिंदला गांव तक सड़क न पहुंचने,, प्रधान मंत्री सड़क योजना के तहत माहोटा से तलेहण तक सड़क का निर्माण कार्य पूरा न होने और मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी लुनसु से बिंदला तक पुल न लगने को लेकर भी लोगों ने अपना रोष प्रकट किया। लोगों का कहना है कि शाकरा बिंदला सड़क का कार्य गांव तक पहुंचने के लिए करीब 500 मीटर शेष रह गया है। इसके लिए बजट का प्रावधान कर जल्द इस निर्माण कार्य की पूरा किया जाए। ग्राम सभा की बैठक में 310 में से 106 लोग उपस्थित रहे।
प्रधान रोशनी देवी का कहना है कि पंचायत को नशा मुक्त रखने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है कि गरीबी रेखा से नीचे जो भी व्यक्ति शराब पीते हुए पाया जाता है, उसका नाम बीपीएल सूची से काटा जाएगा। ये प्रस्ताव पंचायत के तहत छह महिला मंडलों ने लाया।