ऊना। मुकेश ने कहा कि हरोली का विकास उनका प्रथम एजेंडा रहा है। इसे हर हालत में जारी रखा जाएगा। नेता प्रतिपक्ष ने कृषि बिल को लेकर केंद्र की मोदी और प्रदेश की जयराम सरकारों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने भाजपा द्वारा कांग्रेस पर बिचौलियों के हितैषी होने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस बिचौलियों के हितैषी नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार देश के पूंजी पतियों की सबसे बड़ी हितकारी निकली है। पूंजीपति वर्ग के हितों की रक्षा के लिए कृषि बिल के दम पर किसानों की बलि दी जा रही है। केंद्र सरकार ने अब कृषि क्षेत्र में भी कॉर्पोरेट जगत को सीधा लाभ देने का प्लान तैयार किया है। जिसके तहत कृषि बिल को लाया गया है। वहीं देश के राष्ट्रपति ने भी बिना कोई विचार किए जल्दबाजी में इस पर मुहर लगा दी है। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ धक्के शाही नहीं होने दी जाएगी। कांग्रेस हर स्तर पर कृषि बिल के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने कोरो नावायरस काल को लेकर भी प्रदेश सरकार पर जमकर हमले बोले हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने का दावा करने वाली केंद्र और प्रदेश की सरकारें पूरी तरह से विफल रही हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश सरकार को मिले 500 वेंटिलेटर अभी भी डिब्बों में बंद पड़े हैं। सरकार के पास इन वेंटीलेटरों का संचालन करने वाला ही कोई विशेषज्ञ नहीं है। हिमाचल प्रदेश में कोरोना की शुरुआत से ही स्वास्थ्य विभाग की अफसरशाही ने अपनी जेबें भरनी शुरू कर दी थी। महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले किसी से छिपे नहीं हैं। फिर भी सरकार कोरोनाकाल में बेहतर कार्य करने के दावे कर खुद को हंसी का पात्र बना रही है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने अटल टनल को लेकर सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह टनल कांग्रेस की देन है। मुकेश ने कहा कि साल 2010 में इस सुरंग की आधारशिला यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने रखी थी। जबकि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसके लिए 1350 करोड रुपए का बजट भी उपलब्ध कराया था। मुकेश ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने केवल रोहतांग के लिए जाने वाली सड़क का शिलान्यास किया था।