करसोग। हिमाचल में निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न करवाने के लिए चुनाव आयोग ने कड़े कदम उठाए हैं। इसके लिए प्रदेश निर्वाचन विभाग को कई तरह के निर्देश जारी किए गए हैं। इसी कड़ी में करसोग विधानसभा क्षेत्र में भी निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर ने तीन फ्लाइंग स्क्वायड का गठन किया है। जो मतदान की प्रक्रिया संपन्न न होने तक विभिन्न क्षेत्रों में जाकर औचक निरीक्षण करेंगी। इसमें पहली फ्लाइंग स्क्वायड का गठन करसोग महाविद्यालय में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर बीरबल के नेतृत्व में किया गया है। फ्लाइंग स्क्वायड की दूसरी टीम असिस्टेंट प्रोफेसर लीलाधर के नेतृत्व में कार्य करेगी। वही तीसरी फ्लाइंग स्क्वायड टीम का नेतृत्व योगराज शर्मा करेंगे। ये सभी टीमें विधानसभा के तहत विभिन्न क्षेत्रों में चुनाव के दौरान रिश्वत को रोकने के लिए पैसे के लेन देन, किसी भी तरह के परितोषण पर नजर रखेगी। ताकि इस तरह के प्रलोबनों से किसी व्यक्ति का मतदान के अधिकार को प्रभावित होने से बचाया जा सके। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान 50 हजार से अधिक राशि साथ ले जाने पर उससे संबंधित दस्तावेज रखने होंगे। अगर कोई भी नियमों की अवेहलना करते हुए पाया जाता है तो ऐसे लोगों को एक साल की जेल, जुर्माना या दोनों भी हो सकते हैं। चुनाव आयोग ने लोगों से भी अपील की है कि इस तरह की जानकारी मिलने पर तुरंत प्रभाव से इसकी शिकायत मंडी में स्थापित जिला स्तरीय कंप्लेंट मॉनिटरिंग सेल में टेलीफोन नंबर 1950 में करें। इसके अतिरिक्त इस बारे में निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर 01907-222236 पर भी की जा सकती है। रिटर्निंग ऑफिसर सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि चुनाव में किसी भी तरह के प्रलोभन से व्यक्ति के मतदान का अधिकारी प्रभावित न हो, इसके लिए फ्लाइंग स्क्वायड का गठन का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की जानकारी देने के लिए कंप्लेंट मॉनिटरिंग सेल सहित कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।