करसोग/रश्मिराज भारद्वाज। करसोग में लगातार तीन दिन हुई बारिश ने भारी तबाही मचाई है। जिससे पीडब्ल्यूडी को 7 करोड़ का नुकसान हुआ है। उपमंडल के तहत विभिन्न क्षेत्रों में हुए लैंड स्लाइड, नालों में पानी के तेज बहाव से साथ सड़कों पर पत्थर आने और डंगे गिरने से वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई। जिस कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि मौसम साफ होते ही लोक निर्माण विभाग ने सभी मुख्य मार्गों सहित प्रमुख लिंक सड़कों को खोल दिया है। अब केवल चार से पांच ऐसे लिंक रोड खोले जाने बाकी है, जहां वाहनों की आवाजाही काफी कम है। इन मार्गों को भी जल्द ही बहाल किया जाएगा।
उपमंडल में 12 जेसीबी लगाई गई हैं:
उपमंडल के अंतर्गत विभिन्न सब डिवीजनों में बरसात के दिनों में होने वाले लैंड स्लाइड से सड़कों में आए मलवे को हटाने के लिए 12 जेसीबी लगाई गई हैं। आने वाले दिनों में अगर और जरूरत पड़ती है तो प्राइवेट और जेसीबी हायर कर इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। इसके अतिरिक्त मलवा हटाने के लिए टिप्परों सहित ट्रेक्टर भी लगाए गए हैं। फील्ड अधिकारियों से रोजाना स्पॉट पर से रिपोर्ट मांगी जा रही है। ताकि लोगों को सड़कें बंद होने की वजह से दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
कुल 11.50 करोड़ का नुकसान, बढ़ सकता है आंकड़ा:
करसोग में मानसून सीजन में अब तक अकेले पीडब्ल्यूडी को 11.50 करोड़ का नुकसान हो चुका है। वही मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में फिर से मानसून सक्रिय होने की संभावना जताई है। इस दौरान 15 से 18 जुलाई तक प्रदेश में कुछेक स्थानों पर भारी बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में फिर से फ्लैश फ्लड सहित लैंड स्लाइड की भी आशंका जताई गई है। जिससे सड़कों को होने वाले नुकसान का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
अधिशाषी अभियंता अरविंद भारद्वाज का कहना है कि मानसून सीजन में अब तक डिवीजन में 11.50 करोड़ का नुकसान हुआ है। इसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है।