शिमला। हिमाचल प्रदेश के सरकारी डिपुओं में सस्ता राशन लेने वाले 18.5 लाख उपभोक्ताओं को अब फार्म भरकर आयकर की जानकारी देनी होगी। उपभोक्ताओं को खाद्य आपूर्ति विभाग के एक विशेष फार्म पर अंडरटेकिंग देनी होगी। फार्म में कार्डधारक को लिखित रूप से प्रमाणित करना होगा कि उनके यहां कोई आयकरदाता है या नहीं। समय पर अंडरटेकिंग न देने पर भविष्य में किसी तरह के विवाद के लिए कार्डधारक की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।
कई जिलों के डिपुओं में फार्म भरवाने का काम शुरू हो गया है। आयकर देने वालों की डिपो के सामान में सब्सिडी कम की जा सकती है, इसीलिए यह कवायद शुरू की गई है। बताया जा रहा है कि सरकारी विभागों से डाटा एकत्र किया भी गया है लेकिन उसमें आयकर दाताओं की संख्या कम है। लिहाजा, अब अंडरटेकिंग ली जा रही है। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी लक्ष्मण कनेट ने बताया कि जिला के सभी राशन डिपुओं में फार्म भेजे गए हैं। सभी उपभोक्ताओं को यह फार्म भरना जरूरी है।
आखिर मिल ही गया मधुमेह।
अब पॉस मशीन में अंगुली लगाने से मिलेगा राशन
डिपुओं में अब पॉस मशीन में अंगुली लगाने पर ही उपभोक्ताओं को राशन देने की तैयारी है। कोरोना की वजह से बीते अप्रैल महीने से ये मशीनें बंद हैं। उपभोक्ताओं को अभी कार्ड स्वैप कर राशन दिया जा रहा है। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने प्रदेश सरकार को इसका प्रस्ताव भेजा है। कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा होनी है।