शिमला। राजधानी शिमला के डीडीयू अस्पताल में जल्द ही सामान्य ओपीडी शुरू हो जाएगी। काेराेना मरीजाें के लिए एकमात्र अस्पताल रहा दीन दयाल अस्पताल शिमला अब काेविड फ्री अस्पताल बन गया है। इससे पहले साेमवार काे यहां पांच काेराेना पेशेंट एडमिट थे, जिसमें से चार पेशेंट काे डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि एक पेशेंट काे अाईजीएमसी रेफर किया गया है। अस्पताल काे अब पूरी तरह से सेनेटाइज किया जाएगा। उसके बाद 48 घंटाें तक अस्पताल काे बंद रखा जाएगा।फिर यहां पर सैंपलिंग हाेगी। अगर सबकुछ सही रहा ताे शुक्रवार से अस्पताल में मरीजाें काे ट्रीट करना शुरू कर दिया जाएगा। यहां पर सभी तरह की ओपीडी चलेगी और टेस्ट भी हाेंगे और सोमवार तक मरीजाें काे एडमिट भी किया जाएगा।
इस अस्पताल के शुरू हाेने से जहां आईजीएमसी में मरीजाें की संख्या में कमी आएगी, वहीं आसपास के मरीजाें काे काफी सुविधा मिलेगी। इससे पहले उन्हें इलाज के लिए काफी परेशानी अा रही थी। छाेटी से छाेटी बीमारी के लिए या ताे आईजीएमसी पहुंचना पड़ रहा था या फिर निजी क्लीनिकाें में।
1005 काेविड मरीजाें काे किया ट्रीट
डीडीयू काे काेविड अस्पताल बना दिया गया था। जिसके बाद यहां पर लगातार काेराेना मरीजाें काे लाया जा रहा था। यहां पर 90 से ज्यादा बैड लगाए गए थे, जाे काेराेना मरीजाें से फुल रहते थे। शुरूअात में इसे चार जिला साेलन, सिरमाैर, शिमला और किन्नाैर के मरीजाें के लिए रखा गया था।हालांकि बाद में सिरमाैर और साेलन से केवल इमरजेंसी मरीज ही रेफर किए जा रहे थे। काेराेना काल के दाैरान डीडीयू में कुल 1005 काेराेना मरीजाें का ईलाज किया गया, जबकि 17 मरीजाें की यहां पर माैत भी हुई। एक महिला मरीज से ने यहां पर आत्महत्या भी कर ली थी, जिसके बाद यहां पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी।
1200 से ज्यादा रहती थी राेजाना ओपीडी
डीडीयू अस्पताल के एमएस डॉ रमेश चौहान ने बताया कि डीडीयू अस्पताल सबसे बेहतर अस्पतालाें में से एक हैं। यहां पर जिलाभर से मरीज इलाज के लिए आते थे। काेराेना काल से पहले यहां पर राेजाना 1200 से ज्यादा ओपीडी हाेती थी। मेडिसन, गायनी, आर्थाे और पेडियाट्रिक में यहां पर काफी भीड़ हाेती थी। अन्य ओपीडी के बाहर भी मरीजाें की कतारें लगी हाेती थी। हालांकि काेराेना में जब इसे बंद किया गया ताे मरीजाें काे काफी दिक्कतें आई। उन्हें इलाज के लिए अन्य अस्पतालाें पर निर्भर रहना पड़ा।डीडीयू अस्पताल काेविड फ्री हाे चुका है। साेमवार काे यहां से चार मरीजाें काे छुट्टी दे दी गई, जबकि एक मरीज काे अाईजीएमसी रेफर कर दिया गया।उन्होंने कहा अस्पताल काे पूरा सेनेटाइज किया जाएगा। उसके बाद 48 घंटाें के लिए इसे बंद कर दिया जाएगा।
उसके बाद काेराेना की सैंपलिंग हाेगी। अगर सबकुछ सही रहा ताे शुक्रवार से डीडीयू अस्पताल में रुटीन ओपीडी और सभी तरह के टेस्ट शुरू कर दिए जाएंगे। मरीजाें काे यहां पर पहले की तरह बेहतर इलाज दिया जाएगा।