नगरोटा बगवां। पिछले कई महीनो से समस्या झेल रहे हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच ने सरकार को चेताया है कि यदि आगामी बजट में सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन का स्थायी समाधान तथा अन्य वित्तीय लाभों के भुगतान के लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान नहीं किया तो संघर्ष का बिगुल बजाया जाएगा। नगरोटा बगवां में शुक्रवार को हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के आयोजित सम्मेलन में प्रदेशाध्यक्ष बलरामपुरी ने कहा कि निर्धारित समय के अंदर सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन का भुगतान न होने के कारण अपना तथा परिवार का जीवनयापन करना मुश्किल हो गया है।सेवानिवृत्त कर्मचारियों का लगभग 225 करोड़ रुपये प्रदेश सरकार के पास बकाया हैं। महंगाई भत्ते का एरियर लगभग 36 करोड, वर्ष 2017 से लंबित ग्रेच्युटी का भुगतान लगभग 65 करोड, पेंशन एरियर 12 करोड़, अक्टूबर के पश्चात सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन व अन्य चिकित्सा लाभ का लगभग 25 करोड़ तथा अन्य देनदारियों का भी भुगतान करने के लिए बजट में प्रावधान करने की मांग की गई।
बलराम पुरी ने कहा कि प्रस्ताव पारित कर प्रदेश सरकार से मांग की गई कि जिन जिन सेवानिवृत्त कर्मचारियों के रिवाइज्ड पे स्केल 20 वर्ष की दो वेतन वृद्धि या 4-9-14 वर्ष की वेतन वृद्धियां तथा पे ग्रेड जो मामले मुख्यालय द्वारा तैयार कर दिए गए हैं उन्हें रिवाइज्ड पेंशन स्केल में जोड़ते हुए जनवरी माह 2021 की पेंशन के साथ भुगतान किया जाए। इस बैठक में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष चमनलाल पुंडीर, महामंत्री वीर सिंह चौहान, मुख्य सलाहकार मधुसूदन शर्मा, कोषाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह पठानिया, हरनाम सिंह, संसार पठानिया, सुरेश कुमार, स्वरूप कुमार ,अवतार सिंह, हरभजन सिंह, सुरेश रैना, ओम प्रकाश, बंसीलाल, सुभाष शर्मा ,कृपाल सिंह पठानिया, राकेश कुमार, बलवंत राणा, अंबिका प्रसाद, अनिता कुमारी, मेघराज, देशराज, बिहारीलाल, बलबीर चंद कटोच, अशोक मेहरा, स्वर्ण राणा शामिल हुए।