हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मियों के अल्टीमेटम पर सरकार ने नहीं लिया कोई नोटिस, अब 2 फरवरी से को होगी हड़ताल

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करसोग। स्वास्थ्य विभाग में हेल्थ सोसाइटी के तहत कार्य कर रहे अनुबंध कर्मचारियों ने अब 2 फरवरी सांकेतिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। हेल्थ सोसायटी ने सरकार को अनुबंध कर्मचारियों के नियमितीकरण को लेकर 25 जनवरी तक फैसला लेने का अल्टीमेटम जारी किया था, लेकिन समयावधि के तीन दिन बीत जाने पर भी सरकार ने हेल्थ सोसायटी के अल्टीमेटम पर गौर नहीं किया है। ऐसे में अब पिछले 20 से 22 सालों से नियमितिकरण की राह देख रहे कर्मचारियों का सब्र जवाब दे गया है। इसको लेकर करसोग सिविल अस्पताल में ब्लॉक हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारी संघ की बैठक हुई। जिसमें अनुबंध कर्मचारियों ने अब प्रदेश कार्यकारिणी के निर्णय का समर्थन करते हुए 2 फरवरी को सांकेतिक हड़ताल पर जाने का फैसला लिया। अगर इसके बाद भी सरकार की नींद नहीं टूटी तो प्रदेश भर में हेल्थ सोसायटी के कर्मचारी
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। हेल्थ सोसायटी के तहत सिविल अस्पताल करसोग में 10 कर्मचारी वर्षों से दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां तक कि कोरोना कॉल में भी कर्मचारी जान की परवाह किए बगैर ईमानदारी के साथ अपना कार्य कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी सरकार कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है।

5 कर्मचारी नियमित हुए बिना हो चुके हैं सेवा निवृत्त:
हिमाचल प्रदेश एड्स कंट्रोल सोसायटी के तहत कार्य कर रहे 5 कर्मचारी नियमित हुए बिना ही सेवा निवृत्त हो चुके है। एड्स कंट्रोल सोसायटी के तहत कुल 250 कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। जिन्हें 15 से 20 साल कार्य करते हुए बीत गए हैं, जबकि केंद्र ने नियमितीकरण को लेकर फैसला लेने का निर्णय प्रदेश सरकार पर छोड़ दिया है। इसके बाद भी सरकार ने इन कर्मचारियों को नियमित करने के लिए कोई नीति नहीं बनाई है। जिससे अनुबंध कर्मचारियों को भविष्य की चिंता सताने लगी है।

हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारी संघ ब्लॉक करसोग के सचिव महेंद्र कुमार का कहना है कि हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारियों को नियमित करने के बारे में सरकार को 25 जनवरी का अल्टीमेटम दिया था। जिस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। ऐसे में अब हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारी 2 फरवरी को सांकेतिक हड़ताल करेंगे। इसके बाद भी सरकार ने नियमितीकरण को लेकर निर्णय नहीं लिया तो प्रदेश भर में हेल्थ सोसायटी के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।

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