पर्यटन विकास निगम का मुख्यालय स्थानांतरित करना दीर्घकालीन सोच का ऐतिहासिक निर्णय : त्रिलोक सूर्यवंशी

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शिमला. जिला कांग्रेस कमेटी जिला कांगड़ा के निवर्तमान  उपाध्यक्ष एवं राज्य मीडिया प्रभारी हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम का कार्यालय धर्मशाला को स्थानांतरित करना सुक्खू सरकार का दीर्घकालीन सोच का  ऐतिहासिक निर्णय है। इस ऐतिहासिक निर्णय का श्रेय जिला कांगड़ा के तेजतर्रार, गतिशील नेता हिमाचल पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष एवं हिमाचल पर्यटन विकास बोर्ड के अध्यक्ष आर एस बाली जी की दूरगामी सोच को जाता है।
त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि  आर एस बाली जी ने अपनी दृढ़ कार्यक्षमता से  पहली बार निगम को वर्षों से चल रहे घाटे से उबारा है और निगम का मुख्यालय को स्थानांतरित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि दीर्घकालीन सोच रखने वाले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सत्ता में आते ही कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने का निर्णय लिया था और अब पर्यटन विकास निगम का मुख्यालय स्थानांतरित करने का फैसला उक्त निर्णय की पुष्टि करता है।
त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि कांगड़ा जनपद पर्यटन की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है और हर वर्ष लाखों देशी विदेशी पर्यटक कांगड़ा घाटी में घूमने आते हैं। ऐसी स्थिति में पर्यटकों को अधिक से अधिक सुविधा देने के लिए पर्यटन विकास निगम का मुख्यालय स्थानांतरित करना दीर्घकालिक सोच रखने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और इनके ऊर्जावान सहयोगी हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष एवं हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के अध्यक्ष की दूरगामी सोच का परिणाम है और यही व्यवस्था परिवर्तन का संकेत है।
त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि इसी भांति हर विभाग का एक एक मुख्यालय / निदेशालय हर जिला में स्थानांतरित किया जाना चाहिए इससे राजधानी शिमला का बोझ भी घटेगा और आम जनमानस को  सुविधा भी मिलेगी तथा भविष्य में शिमला को पर्यटन राजधानी के रूप में अधिक से अधिक विकसित भी किया जा सकता है ।

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