शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को राज्यपाल अभिभाषण के बाद विपक्ष ने हंगामा कर दिया । प्रदेश हिमाचल विधानसभा के इतिहास में पहली बार विपक्ष की शर्मनाक हरकत ने राज्यपाल का घेराव किया और उनकी गाड़ी को रोक कर सुरक्षा कर्मियों के साथ धक्का मुकी की राज्यपाल को बड़ी मशक्कतके साथ गाड़ी में बिठाया । इस मामले में शामिल विपक्ष के नेताओं जिनमे नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री , विधायक सतपाल रायजादा ,हर्षबर्धन चौहान ,विनय कुमार और सुंदर सिंह को विधानसभा सत्र के लिए पूरी सत्र के लिए निलंबित कर दिया । संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने उक्त सदस्यों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा । जिसका समर्थन मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने करते हुए कहा कि विपक्ष का यह क्रीतये बहुत शर्मनाक है और इस तरह की शर्मनाक हरकत करना बहुत निदनीय है l उन्होंने कहा कि सदन में इस तरह की पहली घटना है। राज्यपाल के विरुद्ध नारे बाज़ी करना और उनका अपमान किया इस बात की इज़ाज़त संविधान नहीं देता । मुख्यमंत्री ने तल्ख लहज़े में नेता प्रतिपक्ष को चेतावनी दी कि अपनी सीमा में रह कर वयवहार करे अन्यथा ऐसे नेताओं को लोग ज़मीन में जमीदोज कर देते है । उन्होंने कहा नियम – 30 के तरह किसी को इज़ाज़त नहीं देता कि राज्यपाल के विरुद्ध दुर्व्यवहार करे । उनके अलावा राकेश पठानिया ,नरेन्द्र बरागटा ,राजेन्द्र गर्ग , गोविंद ठाकुर आदि नेताओ कड़ी आलोचना करते हुए समर्थन किया ।
विपक्ष राज्यपाल द्वारा पूरा अभिभाषण न पढ़े जाने से नाराज़ था इसी वजह से हंगामा हुआ ।