करसोग। करसोग में स्वच्छ भारत मिशन के तहत भले ही सफाई के बड़े बड़े दावे किए जा रहे हो, लेकिन ये स्वच्छ भारत केवल सरकारी फाइलों तक ही सीमित है। जमीनी हकीकत ये है कि स्वच्छ भारत के नाम पर केवल सरकार को आंकड़ों के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। इसका बड़ा उदाहरण करसोग बस स्टैंड के समीप सार्वजनिक शौचालय है। इस शौचालय को जरूरी कार्य से रोजाना करसोग आने वाले सैकड़ों लोग प्रयोग में लाते हैं बावजूद इसके सार्वजनिक शौचालय में लगे नलों में चार दिनों से पानी की बूंद तक नहीं टपकी है। ऐसे में गंदगी और बदबू फैलने की वजह से सार्वजनिक शौचालय में जाना तो दूर लोगों का यहां से होकर गुजरना भी मुश्किल हो गया है। करसोग बाजार व बस स्टैंड में लोगों की सुविधा के लिए अस्थाई तौर पर बनाया गया केवल मात्र यही एक शोचालय है। बावजूद इसके कई दिनों से शौचालय में पानी की सप्लाई न आने से लोगों में जल शक्ति विभाग के प्रति भारी रोष है। लोगो का कहना है कि करसोग में रोजाना लोग जरुरी कार्य से आते हैं। खासकर महिलाओं और बच्चों को इस कारण और भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए विभाग से आग्रह है कि जल्द से जल्द शौचालय में पानी की मियमित सप्लाई दी जाए। ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। अगर अब भी पानी की सप्लाई नहीं दी गई तो इस मामले को जल शक्ति विभाग मंत्री के ध्यान में लाया जाएगा।
समाजसेवी पूर्ण चन्द कौडल का कहना है कि पाइप लाइन कई दिनों से टूटी है। जिस कारण शौचालय में पांच दिनों से पानी नहीं है, लेकिन कोई भी इस बारे में सुध नहीं ले रहा है। शौचालय की दुर्दशा के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने विभाग से पानी की नियमित सप्लाई दिए जाने की मांग की है।
एसडीओ दत्तराम का कहना है कि मामला ध्यान में आया है। इस बारे में जेई को तुरंत प्रभाव से पानी की सप्लाई दिए जाने के निर्देश दिए जा रहे हैं।